केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालयपुसा के कुलपति प्रवासी श्रमिकों के जीविका संवर्धन के लिए किऐ जा रहे मशरूम उत्पादन कार्यक्रम का किया फील्ड विजीट

 केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालयपुसा के कुलपति प्रवासी श्रमिकों के जीविका संवर्धन के लिए किऐ जा रहे मशरूम उत्पादन कार्यक्रम का किया फील्ड विजीट

डॉ० राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति मशरूम अनुसंधान परियोजना के तहत प्रवासी श्रमिकों के जीविका संवर्धन के लिए किऐ जा रहे मशरूम उत्पादन कार्यक्रम का किया फील्ड विजीट

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 20 दिसम्बर,2020 ) । डॉ० राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर के द्वारा युवा सौर्य समाजिक संगठन के सहयोग से अखिल भारतीय समनवित मशरूम अनुसंधान परियोजना के तहत प्रवासी श्रमिकों के जीविका संवर्धन के लिए किए जा रहे मशरूम उत्पादन कार्यक्रम के फील्ड विजिट कार्यक्रम में आज दिनांक 20 दिसंबर 2020 को डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश चंद्र श्रीवास्तव पोषित गांव मुरादपुर बंगरा पहुंचे। इस फील्ड विजिट कार्यक्रम में कुलपति के साथ विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान मिथिलेश कुमार एवं मशरूम अनुसंधान परियोजना के परियोजना निदेशक डॉ दयाराम भी उपस्थित थे।

अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान कुलपति ने बंगरा में मशरूम उत्पादन कर रहे प्रवासी श्रमिकों के मशरूम उत्पादन स्थल का निरीक्षण किया एवं उनसे मशरूम उत्पादन कर उनकी कमाई के बारे में पूछा बता दें कि प्रवासी श्रमिक प्रदुमन, सुशील, बिशन, रंजीत इत्यादि ने कुलपति को बताया कि मशरूम उत्पादन करके वह लगभग ₹5000 से ₹7000 प्रति माह आमदनी कर पा रहे हैं और उन्हें अब प्रदेश जाकर कमाने की जरूरत नहीं पड़ रही है यह क्षेत्र भ्रमण चलते चलते हीं रामप्रताप उच्च विद्यालय पर पहुंचकर सभा में परिवर्तित हो गया और यहां प्रवासी श्रमिक एवं उनके परिवार जनों को विश्वविद्यालय के कुलपति ने संबोधित किया ।संबोधन के दौरान कुलपति ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के लिए यह मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण हीरे तराशने की तरह है, उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रवासी श्रमिकों के रोजगार के लिए अन्य कार्यक्रमों को भी संचालित करेगा जिसमें केले के रेशे, अरहर के डंठल इत्यादि का कर उनकी जीविका संवर्धन के कार्य प्रमुख होंगे। इस कार्यक्रम पर उन्होंने अपनी प्रसन्नता जाहिर की और युवा सौर्य के कार्य की प्रशंसा की ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक अनुसंधान डॉ मिथिलेश कुमार ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए विश्वविद्यालय कटिबद्ध है । वही प्रवासी श्रमिकों को संबोधित करते हुए डॉ दयाराम ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा हमारा लक्ष्य है की मशरूम उत्पादन को घर-घर तक पहुंचाना और हम इसके लिए हम हमेशा प्रयासरत है कार्यक्रम में शिरकत कर रही सर्वोदय उच्च विद्यालय वैनी पुसा की शिक्षिका और समाज सेविका अमृता कुमारी ने महिलाओं को मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में आगे आने का आह्वान किया। दलित उत्थान समिति के सचिव पंकज कुमार ने युवाओं को मशरूम उत्पादन के लिए आगे आने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए एनजीओ संघ के सचिव संजय कुमार बबलू ने कहा कि सामाजिक संगठन समुदाय के परिस्थितियों में बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इस कड़ी में युवा स्वर राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रही है यह सफलता यह दिखाती है कि मशरूम उत्पादन का और प्रवासी श्रमिकों को भी स्थानीय स्तर पर रोजगार का हर जीवकोपार्जन का साधन दिला सकती है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए युवा सौर्य के सचिव दीपक कुमार ने कुलपति महोदय के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि मशरूम प्रशिक्षण को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए का पालन करते हुए एवं के 100 से अधिक युवा एवं ग्रामीणों ने भाग लिया।
उपरोक्त जानकारी स्वंयसेवी संस्थान के जिला सचिव संजय कुमार बबलू ने प्रेस को वाट्सएप माध्यम से दिया ।

जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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