टीईटी अभ्यर्थियों पर किऐ गए लाठीचार्ज के विरोध में आइसा ने निकाला प्रतिरोध मार्च

  टीईटी अभ्यर्थियों पर किऐ गए लाठीचार्ज के विरोध में आइसा ने निकाला प्रतिरोध मार्च

                प्रतिरोध मार्च में शामिल आइसा कार्यकर्ता

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 22 जनवरी, 2021 ) । पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज के ख़िलाफ़ छात्र संगठन आइसा ने  राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस के तहत शहर के स्टेडियम गोलंबर से प्रतिरोध मार्च निकाला जो स्टेडियम मार्केट, समाहरणालय होते हुए ओवर ब्रिज चौराहा पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।सभा की अध्यक्षता आइसा जिला अध्यक्ष लोकेश राज तथा संचालन राजू झा ने किया।

इस बीच नीतीश-मोदी शर्म करो, रोजगार मांगने पर लाठी चलाना बन्द करो, लाठी-गोली की सरकार मुर्दाबाद , 19 लाख रोज़गार मांग रहा युवा बिहार जैसे गगनभेदी नारे लगा रहे थे ।

 मौके पर सभा को संबोधित करते हुए आइसा नेताओं ने कहा कि संवेदनहीन सरकार 94 हजार छात्र 2017 में ही टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अपने नियोजन की बाट जोह रहे हैं । 2019 में हाई कोर्ट के आदेश पर उनसे आवेदन भी लिए गए गए लेकिन नियोजन नहीं हो रहा है। तीन साल बीत जाने के बाद भी जब सरकार ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया, तब उन्हें आंदोलन का रास्ता पकड़ना पड़ा है । सरकार को तत्काल उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर नियोजन का उपाय निकालना चाहिए, लेकिन सत्ता के घमंड में चूर भाजपा-जदयू की सरकार इतनी ठंड में रात के वक्त आंदोलनरत अभ्यर्थियों लाठीचार्ज कर रही है। उनकी रसोई और पंडाल को उखाड़ दिया गया। कई अभ्यर्थियों को गिरफ़्तार कर लिया गया।
ऐसी क्रूर औऱ तानाशाही सरकार के ख़िलाफ़ आइसा आर-पार की लड़ाई लड़ेगी । आइसा नेताओं ने टीईटी अभ्यर्थियों की सभी मांगों को अविलम्ब पूरा करने , बिहार में 3 लाख रिक्त पड़े पदों पर बहाली करने, लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है । 

मौके पर प्रीति कुमारी, मनीषा कुमारी, रवि रंजन, दीपक,राजू,सत्यम चौधरी(छात्र राजद) चंदन,अविनन्दन, चरनजीत, विवेक, रवि, राजा, सोनू, शिवम,सुमित सहित दर्जनों छात्र प्रतिरोध मार्च में शामिल थे।

जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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