जिन्हें अभी तक अन्नदाता समझा जा रहा था, वे आज उग्रवादी निकले : रूमान अहमद साबरी

 जिन्हें अभी तक अन्नदाता समझा जा रहा था, वे आज उग्रवादी निकले : रूमान अहमद साबरी 

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

भीड़ में शामिल लोगों को आतंकवादी क्यों नहीं कहा जाना चाहिए : भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश प्रवक्ता 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 28 जनवरी, 2021 ) । कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों की ट्रैक्टर परेड  हिंसक हो जाने के बाद भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रुमान अहमद साबरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिन्हें अभी तक अन्नदाता समझा जा रहा था, वे आज उग्रवादी निकले अन्नदाताओं को बदनाम करने की साज़िश करने वाले कांग्रेसी ने देश के अन्नदाता को बदनाम कर रहे हैं इसलिए, उग्रवादियों को उग्रवादी ही बुलाया जाए न की अन्नदाता।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे बताया कि जब लाल किले के स्तंभ पर चढ़ता व्यक्ति को भीड़ में से एक व्यक्ति तिरंगा झंडा थमाता है लेकिन वह उसे फेंक देता है और एक अन्य झंडा हाथ में ले लेता है। मो साबरी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ”दुखद”  भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मो साबरी आगे कहा की भीड़ में शामिल लोगों को आतंकवादी क्यों नहीं कहा जाना चाहिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों के इस व्यवहार की निंदा की। उन्होंने आगे कहा कि  गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिस तरीक़े से उपद्रवी तत्वों द्वारा आंदोलन के आड़ में अपराध किया गया वह किसी भी क़ीमत पर स्वीकार्य नहीं है। विपक्ष को आरे हाथों लेते हुए कहा कि ईस आंदोलन को विपक्ष के द्वारा संचालित किया जा रहा है  आंदोलन में शामिल किसान हैं या कांग्रेस के लोग जो आतंक कर आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहते हैं।


जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित । 

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