भाकपा-माले नेताओं द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर निकाला प्रतिरोध मार्च

 भाकपा-माले नेताओं द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर निकाला प्रतिरोध मार्च 

किसानों का शोषण, दमन बन्द करो-महावीर पोद्दार

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 12 जनवरी, 2021)। भाकपा माले उजियार पुर प्रखंड के चैता दक्षिणी पंचायत में तीनों काला कॄषि कानून वापस लेने, एम एस पी के आधार पर किसानों की फसलों की खरीदारी सुनिश्चित करने, स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, कम्पनीराज थोपना बन्द करने, सरकारी दर पर किसानों से पैक्स में धान की खरीदारी सुनिश्चित करने, प्रस्तावित 2020 बिजली बिल वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदारी करने एवं उसकी सीमा समाप्त करने, फिर से मंडी व्यवस्था बहाल करने, आदि मांगों को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला गया। 

 उक्त मौके पर शाखा सचिव दिलीप कुमार राय की अध्यक्षता में हुए सभा को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव कॉमरेड महावीर पोद्दार ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार देश में कम्पनी राज स्थापित करना चाहती है। इस नये काला कॄषि कानून से किसान एवं मजदूर बदहाल और कंगाल हो जायेंगे। देश को गुलाम बनाने वाली है नया कॄषि कानून। दिल्ली में जारी किसान आन्दोलन को समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि किसान देश की दूसरी आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने आन्दोलित किसानों के साथ एकजुटता का इजहार किया। 

 वहीं सभा को अशोक यादव, राम उचित राय, पंकज कुमार सहनी, राम जतन राय, सूरज सहनी, मौजे लाल सहनी, शिवदानी दास, मोहन पोद्दार, कारी सहनी, विद्या नन्द राय, बलराम सहनी, ननकी राय, दीपक कुमार राय, राम प्रकाश दास, अशोक पाण्डेय, उपेन्द्र पान्डे, रौशन कुमार, बिरो राय सहित अन्य साथियों ने सम्बोधित किया।

जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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