इलाज में कोताही बरतने का आरोप अवैधानिक क्लिनिक संचालक ने लिया एक व्यक्ति की जान मामला पहुंचा थानाध्यक्ष के पास

 इलाज में कोताही बरतने का आरोप अवैधानिक क्लिनिक संचालक ने लिया एक व्यक्ति की जान मामला पहुंचा थानाध्यक्ष के पास

पीड़ित परिवार ने लगाया थाना अध्यक्ष सहित पंचायत से न्याय दिलाने की गुहार पत्रकारों से अपनी दुखदायी कहानी शेयर करते हुऐ न्याय दिलाने हेतु गुहार लगाते पीड़ित परिवार

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय १७ फरवरी, २०२१ ) । जिले के खानपुर थाना अंतर्गत ग्राम खानपुर निवासी संजीत कुमार पिता स्वर्गीय लाल बिहारी महतो ने थाना अध्यक्ष खानपुर सहित पंचायत को आवेदन देते हुए गुहार लगाया है । थानाध्यक्ष को दिए गए आवेदन में पीड़ित सुजीत कुमार ने कहा है की मेरे पिता लाल बिहारी महतो की तबीयत दिनांक 27 दिसंबर 2020 को अचानक खराब हो गया । मालूम हो कि अचानक उनके पेट में दर्द होने लगा था । तब मैं इलाज के लिए डॉक्टर को खोजने लगा । रास्ते में मुझे रामनंदन राय, पिता सुमन राय निवासी ग्राम मधुबन थाना खानपुर से मेरी भेंट हुई ।

अवैधानिक क्लिनिक और उसमें इलाजरत मरीज के साथ ही कथित डॉक्टर पप्पू कुमार क्लिनिक संचालक 

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उन्होंने मुझसे कहा कि मेरा दामाद पप्पू कुमार जो सिमरी चंद्रसेन थाना खानपुर अंतर्गत में अपना क्लीनिक चलाते हैं । उनके पास ले चलो तुम्हारे पिताजी का बेहतर इलाज होगा । उनकी बातों पर भरोसा करके मैं अपने पिता को अपनी मां सुनीता देवी के साथ लेकर राम नंदन राय के साथ कथित डॉक्टर पप्पू कुमार के घर नुमा क्लिनिक सिमरी चंद्रसेन पहुंचे । जहां नीतीश कुमार पे० राम नंदन राय जो कंपाउंडर का कार्य करता है मेरे पिता को टेंपो से उतारकर क्लीनिक में रखा तथा तीनों मेरे पिता का इलाज करने लगे !

टेंपो चालक अनिल महतो जो मेरा ग्रामीण है । आगे कहा है कि जो मेरे पिता को पहुंचाकर वापस चला गया। पिताजी की तबीयत अधिक बिगड़ने पर मैंने डॉक्टर दीपक कुमार से कहा कि आप से मेरे पिताजी का इलाज संभव नहीं है, मुझे अपने पिताजी को समस्तीपुर ले जाने दीजिए । उसके बाद मैं सुबह 8:00 बजे दिन में उनके क्लीनिक पर गया था दिन के 12:00 बजे तक मेरे पिता की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ था । उपरांत राम नंदन राय मुझसे बोले कि ₹10000 दे देदो तब तुम्हारे पिताजी को बाहर इलाज हेतु ले जाने दूंगा ।उसके बाद मैं तथा मेरी मां रुपया के इंतजाम में इलाजरत पिता को छोड़कर घर आए तथा आसपास के लोगों से रुपया की व्यवस्था करने लगे।

इसी बीच करीब ०१ बजे दिन में उक्त तीनों व्यक्ति मेरे पिताजी के मृत शरीर को घर के दरवाजे पर छोड़ कर तेजी से मोटरसाइकिल घुमाने लगा जब तक हमलोग रोकने की कोशिश करते लेकिन तेजी से वे लोग भाग गए । इस घटना को लेकर गांव समाज के लोगों के बीच पंचायत भी हुई मुझे रामनंदन महतो ने धमकी दिया कि केस मुकदमा करोगे तो अंजाम बुरा होगा। मेरी मां कम सुनती है और मैं भयभीत होने के कारण तत्काल पुलिस से संपर्क नहीं कर सका मुझे उक्त तीनों व्यक्ति केस मुकदमा करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं जिसके भय के कारण विलंब से आवेदन दिया हूं । मेरा दावा है कि उक्त तीनों व्यक्ति ने एक राय कर रुपए के भुगतान में विलंब होने के कारण मेरे पिता के इलाज में कोताही बरता। किस कारण से मेरे पिता की मृत्यु हो गई । ऐ इलाज करने वाले कथित डॉक्टर पप्पू कुमार ही बताएंगे।

पप्पू कुमार अपने ससुर रामनंदन के घर पर ही फर्जी ढंग से अवैधानिक क्लिनिक इलाज हेतु खोल रखे हैं । मैं अपने पिता की मृत्यु हेतु तीनों व्यक्ति को जिम्मेवार मानता हूं । मृत्यु का कारण एकमात्र इलाज में कोताही बरतने का है । उक्त आशय का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाया है।

इधर जब इस बात की जानकारी समाजसेवी लोगों को हुई तो प्रेस के द्वारा उक्त बात की छानबीन की गई । इसके मुताबिक गांव समाज से ली गई और मिली जानकारी अनुसार बताते हैं की मामला सत्यता से परिचित उभर कर सामने आया । बताते हैं कि सिमरी चंद्र सेन गांव में कथित डॉक्टर पप्पू कुमार द्वारा घर में ही सुसज्जित क्लीनिक बिना बैनर इत्यादि के संचालित किया जा रहा है । गंभीर से गंभीर इलाज के साथ ही मेजर सर्जरी से पेट खोलने तक की हर एक चिकित्सा व्यवस्था की बात की जाती है और किया जाता है ।

और तो और जब पत्रकार द्वारा क्लिनिक चला रहें कथित डॉक्टर पप्पू कुमार से बातचीत किया गया तो उन्होंने मृतक लाल बिहारी की इलाज करने की बात को ही नकार दिया । जब क्लिनिक में दवा इत्यादि के भंडारण और बिना निबंधन प्रमाण के क्लिनिक चलाने की बात पत्रकार द्वारा किया गया और साक्ष्य रुपेण दिखाने की बात की तो वे किसी भी तरह के लाइसेंस दिखाने में असमर्थता जताई। 

ताज्जुब की बात है की बिना निबंधन प्रमाण पत्र के ही मेजर से मेजर इलाज अवैधानिक क्लिनिक खोलकर गरीब गुरबा को लूटने वाले कथित रुप से सुविख्यात ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित डॉक्टर पप्पू कुमार जिनके पास नाहीं कोई डॉ ० की डिग्री है और नाही क्लिनिक चलाने की अनुमति प्रमाण पत्र और औषधि अधिनियम की भी धज्जियां उड़ाते हुए दवा का भरपूर मात्रा में भंडारण कर क्लिनिक चलाने का खुलेआम प्रशासन से मिलकर चलाते हैं जैसा की ग्रामीण बताते हैं । इस संदर्भ में जब समस्तीपुर सिविल सर्जन से मुलाकात करने आवास पर पत्रकारों की टीम पहुंची तो उनसे बात नहीं हो सकी । 

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा अनील कुमार श्रीवास्तव की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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