देश की राजधानी दिल्ली में रजिस्ट्रार कार्यालय दिल्ली पुलिस की मिलीभगत से भू-माफियाओं के बारे न्यारे जांच अधिकारी ने एफआइआर दर्ज करने से किया साफ इंकार
देश की राजधानी दिल्ली में रजिस्ट्रार कार्यालय दिल्ली पुलिस की मिलीभगत से भू-माफियाओं के बारे न्यारे
जांच अधिकारी ने एफआइआर दर्ज करने से किया साफ इंकार
जनक्रान्ति कार्यालय से स्टेट विधि चीफ ब्यूरो रविशंकर चौधरी की रिपोर्ट
नई दिल्ली,भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन 04 अप्रैल,2021 ) ।भारत की राजधानी दिल्ली में नियमों विरूद्ध फर्जी रजिस्ट्रीयाँ बनाने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त भ्रष्ट अधिकारियों की सांठगांठ से अरबों रूपए के वारे-न्यारे करने वाले लगा रहे राजंस्व विभाग को चूना देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था को चौपट करने वालों के खिलाफ सबूतों के बिहाफ पर सीबीआई को दस्तावेज उपलब्ध कराने वाले शिकायतकर्ता जगदीश सक्सेना ने दावा करते हुए कहा पुलिस की मिलिभगत से दिल्ली में अपराध चर्म सीमा पर है । जिसकी जानकारी आईपीएस अधिकारियों को होने के उपरांत भी मौकाए-वारदात पर कानूनी कार्यवाही न होना पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा देता है । अदालत कानून की मदद करने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य जगदीश सक्सेना ने कहा पूर्वी दिल्ली के डीसीपी संजय कुमार से मिली खुली छूट के कारण अपने आपको भारतीय फौज में बताने वाले संतोष कुमार एसआई ने आंनद गोयल उनकी पत्नी पूर्णिमा आंनद के ब्यान दर्ज करने से इंकार करते हुए कहा प्रोपर्टी नंबर 67 पांडव नगर मदर डेयरी रोड दिल्ली में शॉप चलाने वाले मंडावली थाने के फरार आरोपी महिंद्र सिंह के चहेते कजारिया टाईल सचिन हार्डवेयर के मालिकों के द्वारा बनवाई गई । फर्जी रजिस्ट्रीयों की जांच वह कतई नही करेंगे जिनके खिलाफ:- धारा: 120, 201, 182, 420, 467, 468, 471/34-आईपीसी के तहत दिल्ली के मंडावली थाने में एफआइआर दर्ज कर लेनी चाहिए लेकिन डीसीपी संजय की शह पर आरोप दर्ज करने से संतोष कुमार साफ इंकार कर रहा है अदालत कानून के मददगार जगदीश सक्सेना ने 151 सीपीसी के तहत अदालत में याचिका दायर करते हुए साबित कर दिया है कि मंडावली थाने के भगोड़े आरोपियों ने राधा माधव प्राईवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कंपनी चलाने वाले महिंद्र सिंह उनके परिवार के किसी भी सदस्य का प्रोपर्टी नंबर 67 से कोई लेना देना नही है । लेकिन प्लानिंगनुसार प्रोपर्टी को कब्जाने के लिए झूठी फर्जी याचिकाएं दायर करवा अदालतों को गुमराह करने वालों के खिलाफ सीबीआई में एफआइआर दर्ज करने के आदेश जारी हो चुके हैं अदालत में दिए गए जगदीश सक्सेना के ब्यान साबित करते हैं कि प्रोपर्टी नंबर 67 के द्वितीय तल बेंसमेंट में उनके ताले लगे हुए हैं लेकिन प्रोपर्टी को कब्जाने के लिए आरोपियों पर पुलिस की बराबर मेहरबानियाँ बनी हुई हैं सक्सेना ने कहा सुप्रीम कोर्ट के जजमेंटों के अनुसार पुलिस को शिकायत प्राप्त करने के 24 घंटों के भीतर एफआइआर दर्ज कर लेनी चाहिए लेकिन पुलिस के सामने सुप्रीम कोर्ट के जजमेंटों की कोई वैल्यू नही जिनके लिए शिकायतें एक व्यापार बन चुकी हैं आरटीआई के तहत सूचना मांगने पर जन सूचना अधिकारी ने पत्र में बताया जांच अधिकारी संतोष कुमार उपनिरीक्षक के पास जांच पेंडिंग है अपराधियों गुंडे बदमाशों भू-माफियाओं को बचाने के लिए जन सूचना अधिकारी जांच के बहाने आरटीआई का दुरूपयोग करते हुए पुलिस खुलेआम कहती है कि सीबीआई की औकात क्या है सक्सेना ने कहा आरटीआई जांच का कोई गठजोड नही है लेकिन पुलिस भू-माफियाओं अपराधियों को बचाने के लिए जांच के बहाने बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने में लगी हुई है कमिश्नर के पत्र का जवाब देते हुए उसे जांच अधिकारी संतोष कुमार के व्याटशाप पर सेंड किया गया तो जांच अधिकारी संतोष कुमार उपनिरीक्षक ने कहा शिकायत का उसे मालूम ही नही सक्सेना ने कहा या तो जन सूचना अधिकारी झूठ बोल रहे हैं या व्याटशाप पर माफी मांगने वाले जांच अधिकारी संतोष कुमार झूठ बोल रहे हैं ।
जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा स्टेट विधि ब्यूरो चीफ रविशंकर चौधरी की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।
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