क्राईम ब्रांच अधिकारी बन लोगों को ब्लैकमेल करने का धंधे का भंडाफोड़ करने का आरसीआईबी ने किया फरमान जारी

 क्राईम ब्रांच अधिकारी बन लोगों को ब्लैकमेल करने का धंधे का भंडाफोड़ करने का आरसीआईबी ने किया फरमान जारी

                         
जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट   

 

अंजान विडियों कॉल सेे सावधान आप भी हो सकते है ब्लैकमेेेलर का शिकार 


नई दिल्ली ,भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 01 अप्रैल, 2021 ) । देश में इन दिनों एक नया धंधा क्राईम ब्रांच अधिकारी बन लोगों को ब्लैकमेल करने का सामने आ रहा है । बताया जाता है की पहले लोगों से मैसेंजर पर दोस्ती और वाट्सएप नं० की मांग कर दोस्ती कर विडियों कॉलिंग द्वारा विडियों सेक्स करने का खुला आमंत्रण दिया जाता है। राजस्थान निवासी एक शख्स ने इस बात को मीडिया को जानकारी देते हुऐ ब्लैकमेल करने की बात कहा है । उन्होंने मीडिया को बताया कि जब उनके द्वारा विडियों कॉल पर पर बात किया जाता हैं तो न्यूड होकर विडियों सेक्स करने को बोला जाता हैं । विडियों कट होता है उसके थोड़ी देर बाद 10,000/- रु० की मांग करते विडियों वायरल करने की धमकी दिया जाने लगता है ।

                      वाट्सएप पर भेजा गया आईडी कार्ड 

जब बात आगे बनता नहीं दिखाई देता है तो साईबर क्राईम ऑफिसर या क्राईम इंवेस्टिगेशन ऑफ ब्यूरो सीबीआई अधिकारी बन मैसेज और कॉल के माध्यम से बोलते हैं की मैं प्रमोद राठौड़ क्राईम ब्रांच दिल्ली से बोल रहा हूं । युट्यूब  द्वारा आपका ऑनलाइन नेशनल क्राईम ब्रांच में कम्पलेन किया गया । क्या करना है फास्ट जबाब दिजिए ।

                            वाट्सएप प्रोफाइल आईडी फोटो 

आप पर 51500 का जुर्माना लगाया जाता है जिसे वेरिफिकेशन नहीं कराया है आपने आप बहुत बड़े प्राब्लम में आ जाएंगे । सोच लिजिए सोशल साइट्स पर आपका न्यूड विडियों डाला हुआ है । उक्त बातचीत मैसेज की वाट्स एप स्क्रीन शॉट पीड़ित ने मीडिया को नाम नहीं प्रकाशन करने की शर्त पर उक्त फर्जी पदाधिकारी का मोबाइल नं० 9690974703 / 9889926955 को देते हुऐ केंद्रीय अनुसंधान ब्यूरो से गुहार लगाते हुऐ कार्रवाई करने की मांग प्रेस के माध्यम से किया है । ताजुब्ब की बात है की गैगस्टर द्वारा लोगों को अधिकारी के नाम पर शोषण और दोहन करने का धंधा चलाया जा रहा है और वाट्सएप, फेसबुक, मैसेंजर पर प्रोफाइल में फर्जी आईडी लगाकर इस्तेमाल भी किया जा रहा है । लेकिन किसी भी वरीय अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किया जा रहा है । मालूम हो की किसी भी लोगों द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाती हैं तो पुलिस अधिकारियों द्वारा इस तरह की बात नहीं किया जाता हैं । इंवेस्टिगेशन के लिए सीधे आरोपी को पकड़ कर जांच किया जाता है ना की मैसेज द्वारा धमकी दी जाती हैं। इसको लेकर रिसर्च एण्टीकरप्सन एण्ड क्राईम इंवेस्टिगेशन ब्यूरो के राज्य सचिव मनोज चौधरी के साथ ही बिहार प्रमण्डलिय उपाध्यक्ष राजेश कुमार वर्मा ने प्रेस से कहां हैं की ब्लैकमेलिंग करने का नये तरीके का धंधा का भंडाफोड़ करने का निर्णय लिया गया है । अगर क्राईम अनुसंधान विभाग किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करती है तो संस्थान अपने सदस्यों के साथ न्यायालय की शरण में जाने पर मजबूर हो सकते हैं । 


जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा बिहार कार्यालय से प्रकाशित व प्रसारित ।   

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