दिल्ली पुलिस के विजिलेंस विभाग में शिकायत दर्ज होते ही अपराधियों भू-माफियाओं के संरक्षणकर्ता जांच अधिकारी संतोष कुमार ने 91 सीआरपीसी का नोटिस जारी किया:-- सत्य सनातन रक्षा सेना

 दिल्ली पुलिस के विजिलेंस विभाग में शिकायत दर्ज होते ही अपराधियों भू-माफियाओं के संरक्षणकर्ता जांच अधिकारी संतोष कुमार ने 91 सीआरपीसी का नोटिस जारी किया:-- सत्य सनातन रक्षा सेना

पुलिस शिकायतों को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर अपराधियों भू-माफियाओं के पक्ष को मजबूत करने के लिए फाईलों को बंद कर देती है लेकिन जब पुलिस के आपसी तालमेल का खुलासा होता है तो पुलिस शिकायतकर्ताओं की जान की दुश्मन बन उल्टा उन्हें ही झूठे आरोपों में फंसाने के प्लांन बनाती रहती है।

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट 

समाचार डेस्क/बरेली भारत(जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन 25 जून 2021) उल्लेखनीय है कि पुलिस कानून अदालतों की मदद करने वाले पर ही मंडावली थाने के उपनिरीक्षक संतोष कुमार ने सवालों की बौछार करते हुए उल्टा शिकायतकर्ता को विचलित कर दिया जो शिकायत करने वाले पर पहाड़ टूटने के बराबर है सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांस ने कहा भ्रष्टाचार सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ लिखते हुए 1974 से समाज की निस्वार्थ सेवा करने वाले इतिहास पुरूष स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना को झूठा साबित करने के सिवाय दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने क्या पुरस्कार दिए हैं जो देश के लिए बहुत ही शर्मनाक बात है जिन्हें सम्मान दिलवाने के लिए सत्य सनातन रक्षा सेना हैप्पी दिल्ली वैलफेयर सोसायटी के प्रयासों से रामकोंविद के बाद देश का डायरेक्ट राष्ट्रपति बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशानिर्देशों के तहत जगदीश सक्सेना के नाम को संचिका में भी रख लिया गया है अरविंद चित्रांस ने कहा अपराधियों भू-माफियाओं के खिलाफ धारा: 120बी, 201, 182, 420, 467, 468, 471-आईपीसी के अंतर्गत एफआइआर दर्ज करवाने के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर से अनुरोध करने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य जगदीश सक्सेना के द्वारा दी गई शिकायत को ही फाईल कर बंद कर दिया गया । 

बेनामी संपंतियों की फर्जी रजिस्ट्रीयां बनवाकर फर्जीवाड़े में शामिल रजिस्ट्रार कार्यालय दिल्ली पुलिस अपराधियों भू-माफियाओं की मददगार हो सकती है तो पुलिस अदालत कानून की मदद करने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य को मालिकाना हक क्यों नहीं मिलना चाहिए जवाब दें पुलिस कमिश्नर : अरविन्द चित्रांश

अरविंद ने कहा अक्सर होता क्या है पुलिस शिकायतों को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर अपराधियों भू-माफियाओं के पक्ष को मजबूत करने के लिए फाईलों को बंद कर देती है लेकिन जब पुलिस के आपसी तालमेल का खुलासा होता है तो पुलिस शिकायतकर्ताओं की जान की दुश्मन बन उल्टा उन्हें ही झूठे आरोपों में फंसाने के प्लांन बनाती रहती है लेकिन ये कैसा इत्तेफाक है कि स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना खुद को गोली मरवाने की बातें करते हुए कहते हैं कि कोई उन्हें जहर ही लाकर दे दे तो वह उसको भी अर्मत समझकर शरीर का त्याग कर देंगे अपने आपसे इतना टूट चुके जगदीश सक्सेना जीने की आस छोड़ चुके हैं उन्होंने बताया आरटीआई के तहत गलत झूठी फर्जी जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने वाले भ्रष्टाचार में लिप्त जांच अधिकारी संतोष कुमार उपनिरीक्षक के खिलाफ 11 जून को दिल्ली पुलिस के विजिलेंस विभाग में डी.डी. नंबर: 11 पर शिकायत दर्ज कराने के बाद ही 91 सीआरपीसी के तहत उन्हें 16 जून को नोटिस प्राप्त कराया गया सबूतों सहित नोटिस का जवाब 18 जून को देने के बाद भी भ्रष्ट जांच अधिकारी संतोष कुमार ने अपराधियों भू-माफियाओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज नही की जबकि उपरोक्त गंभीर मामले में राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र कुमार सीनियर अधिवक्ता भी राधा माधव इस्टेट प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक महिंद्र सिंह के खिलाफ शिकायतकर्ता रह चुके हैं । 

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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