समस्तीपुर पुलिस कप्तान का प्रेस ब्यान मामला को दिग्भ्रमित करने का प्रयास है,जो राजनीतिक दबाव को दर्शाता है : विधायक अजय कुमार

 समस्तीपुर पुलिस कप्तान का प्रेस ब्यान मामला को दिग्भ्रमित करने का प्रयास है,जो राजनीतिक दबाव को दर्शाता है : विधायक अजय कुमार

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

पत्रकारों को संवोधित करते हुऐ माकपा विधायक अजय कुमार 

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 01 जुन,2021)। समस्तीपुर जिला के विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजय कुमार ने अपने उपर हुऐ जानलेवा हमला कांड में पुलिस कप्तान के द्वारा दिग्भ्रमित ब्यान राजनीतिक दबाव में देने की बात आज आयोजित प्रेस वार्ता में कहा । उन्होंने वार्ता के दरम्यान पत्रकारों को संवोधित करते हुए कहा कि दिनांक 29 मई 2021की रात्रि लगभग 10.30 बजे अपराधियों द्वारा सीपीआईएम जिला कार्यालय,स्टेशन रोड,समस्तीपुर का गेट तोड़ कर मेरी हत्या के उद्देश्य से कार्यालय में घुसा । मेरे सुरक्षा गार्ड अनिल राम द्वारा किए गए त्वरित कार्रवाई से मेरी जान बची। लेकिन अपराधियों के हमला में अनिल गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जिसका मैंने मुकदमा भी दर्ज किया है। उक्त मामला में SP साहेब समस्तीपुर का प्रेस ब्यान से प्रतीत होता है की उन्होंने घटना को काफी हल्का से लिया है। साथ ही मामला को दिग्भ्रमित  करने का प्रयास किया है। जो कि राजनीतिक दबाव को दर्शाता है । मालूम हो की 29.05.2021 को लगभग 02 बजे दिन में मैं विभूतिपुर के गैंग रेप पीड़िता से मिलने समस्तीपुर सदर अस्पताल गया था । वहां से वापसी के समय मैं BSNL OFFICE समस्तीपुर गया । वहां से लगभग 3.30 बजे दिन में मैं वापस ऑफिस आया तथा मेरी स्कॉर्पियो अंदर खड़ी कर दिया । उसके बाद से गाड़ी अभी तक वही खड़ा है।
SP साहब समस्तीपुर का यह कहना कि घटना गाड़ी के साइड लेने के कारण घटी है। विधायक पर हमला का मामला नहीं है। इस तरह का ब्यान कार्यालय में बैठकर देने से पहले उन्हें खुद या अपने किसी सक्षम पदाधिकारी से घटना का निरीक्षण करवाना चाहिए था। साथ ही साथ तकनीकी जांच भी घटना का आवश्यक है। उक्त घटना की  समय आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखकर भी सत्यता का पता चल जाएगा।और यह स्पष्ट हो जाएगा कि मेरी गाड़ी 3.30 बजे दिन के बाद बाहर गई या नहीं।इसलिए रोड पर गाड़ी से साइड लेने का विवाद के कारण मारपीट होने की घटना बताना सही नहीं हैं। बल्कि पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के ख्याल से यह ब्यान दी है।
जहां तक एसपी साहेब को फोन कर अपराधी को गिरफ्तार नहीं करने की बात एसपी साहब ने कहा है वह गलत है।बल्कि मैं ने कहा कि घटना का वीडियो एक मजबूत साक्ष्य है तथा उसका सत्यापन आवश्यक है। यह बात मैंने राहुल शेखटोली के बारे में की थी । जिसकी तस्वीर एसपी साहब ने प्रतिनिधि मंडल के सामने दिखाई थी। उस बारे में भी मैने कहा था कि उसका पहचान अनिल गार्ड से होना आवश्यक है।क्योंकि मैं रोड तक नहीं गया था।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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