खबर का असर : जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन का असर कश्मीर में देखने को मिला: चाटूकार मीडिया विपक्ष की आँखों में खटकती मोदी सरकार सत्य सनातन रक्षा सेना ने किया रोशनी एक्ट का खुलासा

 खबर का असर : जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन का असर कश्मीर में देखने को मिला: चाटूकार मीडिया विपक्ष की आँखों में खटकती मोदी सरकार सत्य सनातन रक्षा सेना ने किया रोशनी एक्ट का खुलासा 

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

 फाईल फोटो: नागरिक अधिकार चेतना परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना 

समाचार डेस्क/ नई दिल्ली/भारत (जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन कार्यालय 13 जून 2021 ) । जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन बेव पोर्टल में 04 मई, 2021 को प्रकाशित खबर का असर कश्मीर में देखा जा सकता है । प्रकाशक/ संपादक राजेश कुमार वर्मा ने कहा की कश्मीरी पंडितों के साथ किए गए अत्याचार हत्याएं बलात्कार की घटनाओं से पड़ताड़ित होने के पलायन पर चुप्पी साधने वाली कांग्रेस की प्लानिंगनुसार जिहादियों मुस्लिमों रोहिंग्याओं के नाम हिन्दुओं की भूमि आंवटित करने के लिए बनाए गए कानून रोशनी एक्ट को हवा देने वाली कांग्रेस चाटूकार मीडिया ने देश के हिन्दुओं को खबर तक लगने नही दी । जिसका अंत करने के उपरांत देश की सभी विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए प्रयास तेज कर दिए कांग्रेस की हकीकत से अंजान हिन्दुओं को जाग्रत करने के लिए सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांस ने 04 मई 2021

जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन के संपादक राजेश कुमार वर्मा को बताया देश की आजादी के लिए योगदान देने वाले नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परम मित्र रामबहादुर सक्सेना के देशभक्त सुपुत्र नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना को रामकोंविद के बाद देश का डायरेक्ट राष्ट्रपति बनाए जाने के प्रयास करने वाले अरविंद चित्रांस ने देश के सामने ऐसी सच्चाई को उजागर करते हुए कहा की पूर्व की कांग्रेस शासनकाल में चाटूकार मिडिया ने देश के नागरिकों को नही दी रोशनी एक्ट की जानकारी । मजबूरन कश्मीर छोड़कर जाने वाले कशमीरी पंडितों के मकान दुकान खेत खलिहानों को मुस्लिमों के नाम करनै के लिए प्लानिंगनुसार बनाए गए षड्यंत्र में चाटूकार मिडिया फारूख अब्दुल्ला कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई ।देशद्रोहियों गद्दारों के राज को देशवासियों से छिपाया गया । 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर छोड़ा उन्हें पाकिस्तान के मुसलमानों ने पड़तानाए नहीं दी बल्कि उनके ही पड़ोसियों ने कश्मीर छोड़ने पर मजबूर किया । जिनके साथ वह त्यौहार मनाया करते थे । उन्होंने ही कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार कर कश्मीर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था कशमीरी पंडितों से खाली हुई कश्मीर घाटी आंतकवाद की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस फारुख अब्दुल्ला ने बिकाऊ मिडिया को अपनी साजिशों में शामिल करते हुए प्लानिंगनुसार कशमीरी पंडितों के मकानों दुकानों खेत खलिहानों मुस्लिमों के नाम करने के लिए बनाए गए कानून रोशनी एक्ट की भनक तक हिन्दुओं को नही लगने दी । रोशनी एक्ट नियमों का संस्कार वर्तमान की मोदी सरकार ने किया । जिस कारण गद्दारों की आँखों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खटकने लगे रोशनी एक्ट नियमोंनुसार सिर्फ 101/-रूपए में हिंदूओं की जमीन जायदाद खेत खलिहानों का मालिकाना हक जिहादियों रोहिंग्याओं मुस्लिमों को देता है ।  फारुख अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी के कशमीरी पंडितों की बेशकीमती प्रॉपर्टी उनके नाम मात्र 101/-रूपए र्में कर दी लेकिन भारत की वामपंथी बिकाऊ मीडिया देशविरोधी गतिविधियों में शामिल गद्दार पार्टी  कांग्रेसियों की आवाज़ तक नही निकली । सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सक्सेना ने कहा देश के गद्दारों को नंगा करने के लिए स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना को रामकोविंद के बाद देश का अगला डायरेक्ट राष्ट्रपति बनाए जाना अनिवार्य है जिसके दिशानिर्देश प्रधानमंत्री कार्यालय से भी हो चुके हैं । 

बिहार के समस्तीपुर से प्रकाशित जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन के संपादक राजेश कुमार वर्मा ने बताया 1974 से भ्रष्टाचार सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ लिखते हुए सच्चे हृदय से समाज की निस्वार्थ सेवा करने वाले सीनियर सिटीजन मेहनती इंमानदार कर्मठ इतिहास पुरूष जगदीश सक्सेना नई दिल्ली में आज भी किराए के मकान में रहकर पड़तानाए झेलने के बाद भी अपना जीवन यापन करते हुए समाज सेवा कर रहे हैं जिनके पास कांग्रेस के घोटालों के अपार भंडार मौजूद हैं एक सच्चे देशभक्त जगदीश सक्सेना के लिए मार्गदर्शक करें प्रधानमंत्री मोदी सरकार । 

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित