आखिर क्या कारण है कि अभी तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाल बहादुर शास्त्री जी के मृत्यु के रहस्यों पर से पर्दा नहीं उठी..? - अजीत सिन्हा
आखिर क्या कारण है कि अभी तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाल बहादुर शास्त्री जी के मृत्यु के रहस्यों पर से पर्दा नहीं उठी..? - अजीत सिन्हा
जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट
नेता जी सुभाषचन्द्र बोस/लालबहादुर शास्त्री
समाचार डेस्क /राँची,झारखण्ड ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 31 जुलाई,2021 ) । प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं लाल बहादुर शास्त्री जन कल्याण केंद्र के कार्यकारी संरक्षक अजीत सिन्हा ने वर्तमान एवं पूर्व की सरकारों पर कटाक्ष करते हुए उनसे पूछा कि आखिर क्या कारण है कि भारत के महान क्रांतिकारी एवं जिनकी वज़ह से अंग्रेजों को भारत की भूमि को त्याग करनी पड़ी नेताजी सुभाष चंद्र बोस और भारत के द्वितीय यशस्वी प्रधानमंत्री के मृत्यु के रहस्यों पर से पर्दा कोई भी सरकार उठाने में नाकाम रही लेकिन भारत के नागरिक अभी तक इन रहस्यों पर से पर्दा उठाने या उठने की बाट जोह रहे हैं।
ये कैसी विडंबना है कि देश के अति सम्मानीय विभूतियों के परिवार को भी आजाद भारत में न्याय नहीं मिल पा रही है और आखिर इसके लिये कौन जिम्मेदार है? निश्चित रूप से भारत की काँग्रेस समेत पूर्व की सरकारों के साथ - साथ वर्तमान की भाजपा की सरकार भी। मुझे समझ में नहीं आता है कि आखिर सरकारों की कौन सी मजबूरी रहस्यों पर से पर्दा नहीं उठने नहीं दे रही है..?
शर्तों पर अंग्रेजों द्वारा मिली आजादी में कहीं यह भी शर्त तो शामिल नहीं है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी के गुप्त रहस्यों के संबंध में कोई भी जानकारी देश के आम नागरिकों को उपलब्ध न कराने की शर्त भी शामिल तो नहीं है। नेताजी को जी-जान से प्यार करने वाली भारत की जनता सभी सरकारों से इस प्रकरण पर अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही है और इस बात को वर्तमान मोदी जी की सरकार को समझनी होगी।
इतना तो स्पष्ट है कि गाँधी - नेहरू - जिन्ना की तिगडी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी को गायब कराने की मुहिम में अवश्य ही शामिल थी क्योंकि तात्कालिक लाभ नेहरू एवं जिन्ना को गाँधी जी के सहयोग से मिली थी फिर भी अभी तक सरकारों द्वारा स्वीकारोक्ति क्यों नहीं आई..? यह शोचनीय है।
ठीक इसी तरह से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी के मौत के रहस्यों के सम्बंध में रहस्यमयी स्तिथि बनी हुई है और इनके दिवंगत होने के उपरांत तात्कालिक लाभ पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी जी को ही मिली थी ऐसा देश की जनता जानती है इसलिए सत्तर से अधिक सालों तक राज करने वाली काँग्रेस से भी शास्त्री जी के मृत्य के रहस्यों पर से पर्दा उठाने की सोचना सही नहीं है क्योंकि जिनके हाथ स्वयं खून से रंगे हों उनसे न्याय की उम्मीद करना भी बेमानी होगी लेकिन वर्तमान मोदी जी के सरकार से बहुत ही आशा थी लेकिन उनकी या उनके सरकार की ऐसी कौन सी ऐसी मजबूरी है कि रहस्य अभी तक रहस्य ही बनी हुई है।
आगे अजीत सिन्हा ने भारत के महामहिम राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री जी से प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आग्रह किया कि दोनों महान विभूतियों के मौत के रहस्यों पर अविलम्ब पर्दा उठाई जाये और दोषियों को मृत्यु उपरांत भी मौत की सजा सुनाई जाये ऐसी भारत की जनता उम्मीद कर रही है और सरकार को भारत की जनता के उम्मीदों पर अवश्य ही खड़ी उतरनी चाहिए जिससे सरकार की मान - सम्मान अवश्य ही बढ़ेगी।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित व प्रसारित ।
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