आरटीआई के तहत सीबीआई ने नही उपलब्ध कराई राजीव गांधी हत्याकांड गंभीर मामले की जानकारी:-मुख्य सूचना आयुक्त कार्यालय में द्वितीय अपील दायर

 आरटीआई के तहत सीबीआई ने नही उपलब्ध कराई राजीव गांधी हत्याकांड गंभीर मामले की जानकारी:-मुख्य सूचना आयुक्त कार्यालय में द्वितीय अपील दायर

अपराधियों भू-माफियाओं घोटालेबाजों फर्जी दस्तावेजों भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सबूतों के आधार पर शिकायतें करने के उपरांत उन्हीं के पाले में बाँल डालने वाली सीबीआई कर रही मुखबिरी शिकायतकर्ताओं की जानमाल को खतरा

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट 

फाईल फोटो: सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांश 

समाचार डेस्क/बरेली, उत्तरप्रदेश ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन 15 जुलाई 2021) ।  सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांश ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की राजीव गांधी हत्याकांड की मास्टरमांइड मुख्य दोषी एंन्टोनियों मेंनियों की साजिकर्ताओं में शामिल आरोपियों को बचाने के लिए जानबूझकर 10 जनपथ के कैमरों की निष्पक्ष जांच सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े नही करना स्वतंत्र जांच एजेंसी सीबीआई पर सवालिया निशान लगा देता है । जिसकी जानकारी उन्हें क्रांतिकारी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना ने देते हुए बताया की हत्याकांड का मास्टरमांइड मुख्य दोषी एंन्टोनियों मेंनियों उसके सहयोगी साजिकर्ताओं से भयभीत भ्रष्टाचार में लिप्त भारत का प्रशासन इतना डरपोक भयभीत हो गया है । जिसके सामने एक विदेशी हत्यारिन महिला का नाम लेते ही उनकी पतलून गीली हो जाती है । कांग्रेस के इशारों पर कठपुतली की तरह नांचने वाली अपराधियों भू-माफियाओं घोटालेबाजों के संरक्षणकर्ता झूठ बोलने झूठे आरोप दर्ज करने में माहिर भ्रष्टाचार में लिप्त दिल्ली पुलिस के आईपीएस ऑफिसरों की प्लानिंगनुसार बी.एस.मलिक सहित उसके समस्त परिवारिक सदस्यों शिकायतकर्ता को मानसिक पडताड़नाएं देने के लिए झूठे आरोप दर्ज करवाने में माहिर घोटालेबाज भू-माफिया पूर्व सांसद महाबल ने दोषियों को बचाने के लिए बेगुनाह निर्दोषों को पीड़ित बना उनके जीवनकाल का अंत करने के प्रयास करने को लेकर सीबीआई के पूर्व अधिकारियों पर सवालिया निशान लगाने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना के लिखित ब्यांन दर्ज करने के उपरांत सीबीआई को प्रयाप्त सबूत उपलब्ध कराने वाले पब्लिक यूनियन के अध्यक्ष प्यार चंद दिम्मी के ब्यांन दर्ज करने के तत्काल बाद राजीव गांधी हत्याकांड जैसे गंभीर मामले की गवाहियाँ कंपलीट किए बिना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टी.पुनिथामनी ने सच्चाई को प्रत्यक्ष करने की बजाए राजीव गांधी हत्याकांड की फाईल को जानबूझकर लीपापोती कर बंद करने के खिलाफ भारत सरकार के महामहिम राष्ट्रपति के समक्ष शिकायत करने पर फाईल को दुबारा खोलते हुए सीबीआई पर पहाड़ टूटने के बराबर हो गया है । दिल्ली उच्च न्यायालय के जस्टिस सत्यनारायण ढिंगरा की अदालत से नोटिस जारी करते हुए पूर्व के प्रधानमंत्री डा०मनमोहन सिंह सरकार से पूछा गया नए तथ्यों के सामने आने पर राजीव गांधी हत्याकांड मामले को दुबारा क्यों नही खोला जाना चाहिए ।  जिसके लिए मनमोहन सरकार ने सहयोग करने की बजाए इंकार करने से ही साबित हो जाता है कि राजीव गांधी हत्याकांड की साजिकर्ताओं की लिस्ट में वह भी शामिल हैं । डॉ०मनमोहन सिंह, मुकुल वाशनिक, जनार्दन द्विवेदी, रिपोर्टर सुरेश कुमार, संपादक अखिलेश कुमार अखिल, भीम शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सरोज खापड़ें की गवाहियाँ लेने के उपरांत सीबीआई को बी.एस.मलिक की गवाही के लिए नोटिस जारी करते हुए निष्पक्ष जांच करने के विपरीत ढुलमुल रवैया अपनाने वाली सीबीआई ने आरटीआई के नियमों का पालन नही करते हुए मांगी गई सूचना शिकायतकर्ता जगदीश सक्सेना को उपलब्ध नही कराने को लेकर धारा: 19(3) के तहत द्वितीय अपील दायर करने पर सूचना आयुक्त कार्यालय ने बताया फाइल नंबर सीआईसी/सीबीआरयूआई/ए/2021/127592 के तहत दर्ज कर लिया गया है । स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना ने बताया अपराधियों भू-माफियाओं घोटालेबाजों भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सबूतों को उपलब्ध कराने के बाद सीबीआई कानूनी कार्यवाही करने की बजाए उपरोक्त गंभीर शिकायतों को भ्रष्टाचार में लिप्त भ्रष्ट अधिकारियों के समक्ष स्थानांतरित करते हुए सीबीआई मुखबिर की भूमिका निभा शिकायतकर्ताओं के जानमाल को खतरा पहुंचाने में अपनी कृतव्यनिष्ठा का पालन करते हुए भरपूर आंनद उठा रही है । 

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित । 

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