भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के सपने देखने वाले कहीं मुंगेरीलाल के हसीन सपने तो नहीं देख रहे हैं : अजीत सिन्हा

 भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के सपने देखने वाले कहीं मुंगेरीलाल के हसीन सपने तो नहीं देख रहे हैं : अजीत सिन्हा

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


फाईल फोटो : अमन हिंद फौज एवं नेताजी सुभाष सेना के कमांडर - इन-चीफ अजीत सिन्हा

समाचार डेस्क/राँची,झारखण्ड (जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 18 जुलाई,2021)। अमन हिंद फौज एवं नेताजी सुभाष सेना के कमांडर - इन-चीफ अजीत सिन्हा ने कहा कि आज भारत की तरफ आँख उठाकर देखने वालों को भी अपने गिरेबान में सौ बार झाँक कर देखनी होगी क्योंकि आज का भारत कोई चूं-चूं का मोरब्बा नहीं कि जो चाहेगा वही निगल जाएगा। आज का भारत दुनिया में सामरिक शक्तियों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसकी ओर टेढी नजर करने वालों की अवश्य ही आँखे फूटनी है।
आज दुश्मन देश की स्तिथि भारत की सामरिक शक्ति के सामने खिसियानी बिल्ली खंबा नोचने जैसी है।
यह ठीक वैश्विक इस्लामीकरण की आग से भारत अछूता नहीं है और एक धर्म विशेष के लोग इसके लिए प्रत्येक एंगल से भरपूर प्रयास कर रहे हैं ताकि भारत भी वैश्विक इस्लामीकरण का शिकार हो जाये और यहां भी इस्लामियत की राज हो जाये लेकिन उनका ये मिशन खासकर भारत में दिन में सपने देखने जैसा है जैसा कि मुंगेरीलाल भी अपने सीरिअल में हसीन सपनों को देखा करता था।
   वो तो भारत अपने यहां के ग़द्दार स्वरुप जयचंदों से परेशान है नहीं तो किसी में इतनी हिम्मत कहां है कि भारत की ओर टेढ़ी नजर से देख सके और यदि भारत के इतिहास पर गौर किया जाये तो अपने यहां गद्दारों की वज़ह से ही ब्रिटिश एवं मुगल काल में भारत के राजाओं ने कभी - कभी शिकस्त खाई है लेकिन आज भारत में राजाओं का शासन नहीं अपितु प्रजातंत्रीय व्यवस्था है और भारत का बहुसंख्यक राष्ट्र भक्त समाज कभी भी इस्लामियत का राज आने नहीं देगा और ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है कि दैत्यों की सत्ता की लुटिया पूरे विश्व के देशों में डूबने वाली है क्योंकि उनकी नीति, नीयत एवं रणनीति से पूरी दुनिया के लोग वाकिफ हो चुके हैं और प्रत्येक जगह कमोबेश उनका बहिष्कार या उन पर कड़ी कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
सभी जानते हैं कि असत्य की उम्र छोटी होती है और सत्य हमेशा ही विजय पताका को फहराती है l इसलिये भारत को इस्लामिक मुल्क का सपना देखने वाले लोग होश में रहें क्योंकि राष्ट्र भक्तों के रहते उनकी मंशा कभी भी सफल नहीं होने वाली है और भारत में भी उनका आर्थिक बहिष्कार शुरू हो गया है जिससे उनकी आर्थिक रीढ़ भी टूटने वाली है।
आगे अजीत सिन्हा ने कहा कि बेहतर यही होगा कि इस्लामिक जगत अपनी स्तिथियों पर मंथन कर बैकफुट पर आयें नहीं तो वह दिन दूर नहीं कि वे कहीं के भी नहीं रहेंगे और अपने ऐसे हसीन सपनों को देखना बंद करें।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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