देश में बचे खुचे स्वतंत्रता सेनानियों को गोलियों से छलनी करने के आदेश जारी करें केंद्र सरकार : अरविन्द चित्रांश

 देश में बचे खुचे स्वतंत्रता सेनानियों को गोलियों से छलनी करने के आदेश जारी करें केंद्र सरकार : अरविन्द चित्रांश

स्वतंत्रता सेनानियों को भारत रत्न से सम्मानित कर भारत का डायरेक्ट राष्ट्रपति बनाए जाने की बजाए शरद पवार की शरण में नतमस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के नक्शे कदम पर चलकर क्रांतिकारियों को किया अपमानित

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

समाचार डेस्क/बरेली उत्तर प्रदेश(जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन कार्यालय 18 जुलाई 2021 ) । सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांस ने कहा भारत की सरकारों ने सदैव कायस्थों ब्राह्मणों जैंनियों वैश्य बनियों से ही दोगलापन किया है । जिसके लिए देश दुनियां में मौजूद सभी कायस्थों ब्राह्मणों जैंनियों वैश्य बनियों के लिए अपनी एकता अंखडता दिखाने का समय आ गया है । आरक्षण के नाम पर ब्राह्मणों कायस्थों जैंनियों वैश्य बनियों को ही रौंदने का कार्य भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कांग्रेस के नक्शे कदम पर चलकर किया अरविंद चित्रांश ने कहा की भारतमाता की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों पर जो जुल्म अत्याचार कांग्रेस शासनकाल में किए गए । वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में कुछ गलत लड़ाकू महिलाओं से सीनियर सिटीजनों के मानसिक संतूलन को बिगाड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिससे उन बुजुर्गों को आत्म हत्या करने के लिए बाध्य किया जा सके। पड़ताड़नाएं झेलने के बाद भी 1974 से भ्रष्टाचार सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ लिखते हुए निस्वार्थ-भाव से समाज की सेवा करने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष इतिहास पुरूष जगदीश सक्सेना अपने कृतव्यों का पालन करते आ रहे हैं । जिन्होंने पुरूस्कार के रूप में पड़ताड़नाएं झेलने के सिवाय भारत के शासन प्रशासन से कभी कोई उम्मीद नहीं रखी । ऐसे महान व्यक्ति को न्याय सम्मान दिलवाएं जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बारम्बार अनुरोध किया जाता रहा कि स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना को भारत रत्न से सम्मानित करते हुए महामहिम रामकोंविद के बाद भारत का डायरेक्ट राष्ट्रपति बनाया जाए । लेकिन उसके विपरीत शरद पवार की शरण में जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नतमस्तक हो गए । अरविंद चित्रांश ने कहा की भारतमाता को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को उसी प्रकार अपमानित किया जा रहा है, जिस प्रकार कांग्रेस शासनकाल में किया जाता रहा भारतमाता को आजादी दिलवाने वाले क्रांतिकारियों के परिजनों को जब भारत की सरकारें न्याय सम्मान नही दे सकती तो उन्हें तालिबानियों की तरह गोलियों से छलनी करवा देना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए फायदेमंद साबित होगा ।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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