श्रावण मास विशेष : शनिदेव की कुदृष्टी है तो श्रावण मास के शनिवार को कर सकते है यह महत्वपूर्ण उपाय : पंकज झा शास्त्री
श्रावण मास विशेष :
शनिदेव की कुदृष्टी है तो श्रावण मास के शनिवार को कर सकते है यह महत्वपूर्ण उपाय : पंकज झा शास्त्री
जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट
जय जय शनिदेव महाराज की जय
अध्यात्म डेस्क/मधुबनी,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 31 जुलाई, 2021 ) । श्रावण मास के शनिवार को कर सकते है यह महत्वपूर्ण उपाय पुरे होगें आपके बिगड़े सब काम ।
यदि आप किसी समस्या से घिरे हैं अथवा आप पर शनिदेव की कुदृष्टी है तो आपको सावन के हर शनिवार को कुछ खास उपाय जरूर आजमाना चाहिए।
सावन माह में हनुमान जी की पूजा से शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं। जिन पर शनि की ढैय्या हो या साढेसाती चल रही हो उन्हें सावन माह में शनिवार के दिन हनुमान पूजा की पूजा जरूर करनी चाहिए।
झूठे मुकदमे, षड्यंत्र या किसी विवाद में आप फंस गए हैं और आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति दिनो दिन बिगड़ रही है तो आपको सावन के हर शनिवार को या पहले और आखिरी शनिवार को कुछ खास उपाय जरूर कर लेने चाहिए। इससे आपकी समस्याएं दूर होने की संभावना बढ जायेगी।
शनिवार की शाम को हनुमान जी को लाल फूल और लाल पेड़ा अर्पित कर उनसे अपनी समस्याओं के निराकरण की प्रार्थना करें। पूजा के पश्चात वहीं बैठकर हनुमान चालिसा और बजरंगबाण का पाठ करें। सावन के पहले शनिवार के दिन शिव पूजा के बाद हनुमानजी की पूजा करें। शनिवार के दिन कम से कम 11 या 51 पीपल के पत्ते लें और उसपर श्रीराम का नाम लिखें वऔर तिल के तेल में मिला सिंदूर लगा कर उन्हें चढ़ा दें। इससे आपके ऊपर चल रहे झूठे मुकदमे, विवाद और षड्यंत्र खत्म हो जाएंगे। मानसिक और शारीरिक कष्ट से मुक्ति के लिए सावन माह में हनुमान मंदिर के पास या जहां जगह मिल सके वहां एक बरगद का पेड़ लगाएं। शनि की साढ़े साती या ढैय्या के कारण मिल रहे कष्ट को दूर करने के लिए तिल के तेल में काले तिल डाल कर दान कर दें। इससे शनिदेव से मिल रहे कष्ट दूर होंगे। बार-बार हो रही दुर्घटना या संकट से बचने के लिए शनिवार की शाम को पहले हनुमान मंदिर जाएं और उसके बाद शनिदेव के मंदिर। दोनों ही जगह तिल के तेल का दीया जलाकर अपने कष्ट से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। तत्पश्चात पीपल के पेड़ में जल दे कर वहां दीपदान करें।
सावन माह में किसी एक उपाय को शुरू करें और कम से कम इसे 16 शनिवार तक करते रहें। आपकी समस्याएं निश्चय रूप से दूर होने की आशा कर सकते है।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से ज्योतिष पंकज झा शास्त्री की अध्यात्म ज्योतिष विचार प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित व प्रसारित ।
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