अदालतों में बदलते ब्यानों के खिलाफ 120बी,201, 182, 191, 193, 420, 499, 500, 506-आईपीसी के आरोपियों ने किया कानून से खिलवाड़ सीबीआई जांच जारी

 अदालतों में बदलते ब्यानों के खिलाफ 120बी,201, 182, 191, 193, 420, 499, 500, 506-आईपीसी के आरोपियों ने किया कानून से खिलवाड़ सीबीआई जांच जारी


अदालतों को धोखा देने वाले अधिवक्ता मैहर चंद प्रेमी ने एयरफोर्स से किस-कारणवश त्याग किया कब और कहाँ से डिग्री प्राप्त की जांच करने में दिल्ली पुलिस नाकामयाब मामला सीबीआई के हवाले

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

समाचार डेस्क/नई दिल्ली,भारत (जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन 16 अगस्त, 2021)। स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य जगदीश सक्सेना ने प्रेस विद्यापति के माध्यम से कहा की उनकी हत्या करवाने की साजिशकर्ताओं में शामिल अदालतों में झूठी फर्जी याचिका दायर करवा झूठे फर्जी बदलते ब्यानों के बिहाफ पर स्वतंत्रता सेनानी परिजनों के जीवनकाल का अंत करवाने में बराबर के भागीदार कांग्रेसियों के चाटूकार अधिवक्ता मैहर चंद प्रेमी ने एयरफोर्स से किस-कारणवश त्याग किया । उन्होंने वकालत की डिग्री कहाँ से कैसे कब प्राप्त की उपरोक्त मामले की तह तक जाने के लिए दिल्ली पुलिस की नाकामयाबी आपसी मिलीभगत को देखते हुए मामला पहुंचा सीबीआई के डीएसपी प्रवीण कुमार के हवाले। जिन्हें बताया गया कांग्रेसी नेताओं की साजिकर्ताओं में शामिल अदालतों कानून को गुमराह करने वाले सलाहकार मैहर चंद प्रेमी की योजनाअंतर्गत स्वतंत्रता परिवार के सदस्य जगदीश सक्सेना की हत्या करने के स्थान पर उनके धोखे में बहनोई सुनील कुमार सक्सेना की हत्या को अंजाम 1995 में दिया गया था । हत्याकांड के अभियुक्तों को पकड़ने की बजाए पुलिस ने हत्या के आरोपियों को बचाने के लिए हत्या के आरोप को एक्सीडेंट केस में तब्दील कर दिया था। जिसे द्वारका कोर्ट नंबर: 13 में लंबित उल्टा शिकायतकर्ता को झूठे फर्जी आरोपों में फंसाने के जुगाड़ बनाने वाले सलाहकार मैहर चंद प्रेमी की योजनाअंतर्गत अपराधिक याचिका नंबर: 4993512/16 में शिकायतकर्ता को ही एक्सीडेंट केस का आरोपी बना दिया गया । जिसका हवाला दिल्ली उच्च न्यायालय क्रिंमिनल रिवीजन पेटिशन नंबर: 667/2019 में रिप्लाई फाईल करने वाले कांग्रेस के चाटूकार आरोपी मनीराम गुप्ता ने अपने सलाहकार कांग्रेसी चाटूकार मैहर चंद प्रेमी की योजनाअंतर्गत झूठी फर्जी याचिका 4993512/16 में बार बार बदलते ब्यांनों का एफआईआर नंबर: 978/2006, धारा: 448,380-आईपीसी में दिए गए ब्यांनों का मिलान करने से आरोपियों के खिलाफ धारा: 120बी, 201, 182, 191, 193, 420, 499, 500, 506-आईपीसी के अपराध साफ साबित होते हैं जिसके लिए स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य शिकायतकर्ता जगदीश सक्सेना ने 340 सीआरपीसी की याचिका 2019 में ही दायर कर दी थी। लेकिन सिफारिशों के कारण याचिका द्वारका कोर्ट में आज भी लंबित पड़ी हुई है । ताकि शिकायतकर्ता की मृत्यु होने से अपराधियों भू-माफियाओं को बचाया जा सके। जिनके खिलाफ बिजली चोरी के आरोप भी साबित हो चुके हैं उपरोक्त गंभीर मामले में पराई नारी को दिए गए ब्यानों शिकायत में रखैल बोलने वाले कांग्रेस के चाटूकार मनीराम गुप्ता के पक्षपात को रखते हुए पराई स्त्री को भरी अदालत से बहार भीतर बराबर रखैल बोलने वाले मैहर चंद प्रेमी का द्वारका कोर्ट में दबदबा होने के कारण बार कौंसिल की असमर्थता होने की वजह से शिकायतकर्ता को हाथ पैर तोड़ने की धमकियाँ गंदी-गंदी गालियाँ देने वाले कांग्रेस के चाटूकार मैहर चंद प्रेमी आरोपियों को बचाने के लिए उल्टा सीनियर सिटीजन को बलात्कार के झूठे फर्जी आरोप में फंसाने के लिए मनीराम गुप्ता की प्रेमिका सुनीता गिरोह की सावित्री नामक महिला 50,000/-रूपए की डिमांड करने वाली के आँफर को भीष्म शर्मा ने ठुकरा दिया जिसकी जानकारी खुद भीष्म शर्मा ने शिकायतकर्ता को दी । जिनके जीवनकाल का अंत करने वाले कांग्रेसियों के चाटूकार मैहर चंद प्रेमी मनीराम गुप्ता नानूराम गुप्ता राजिंद्र कुमार गुप्ता कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ सीबीआई में शिकायत करने वाले स्वतंत्रता परिवार के सदस्य ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए शिकायत करते हुए 05/-करोड़ रुपए राशि मानहानि के लिए सीबीआई से अनुरोध करते हुए कहा की डाबड़ी थाने में दर्ज एफआईआर नंबर: 978/2006, धारा: 448/380-आईपीसी के आरोप में अपराधियों भू-माफियाओं के सहयोगी जांच अधिकारी जगदीश यादव ने अपनी मर्जी के मुताबिक गलत नक्शे को अदालत में पेश करते हुए शिकायतकर्ता उसकी पत्नी रिक्शा-चालक के ब्यानों को जानबूझकर लीपापोती कर फाईनल रिपोर्ट के साथ अदालत में फाईल नही करने वाले ने गलत दस्तावेजों के बिहाफ पर थाने से अग्रीम जमानत देने वाले मैहर चंद प्रेमी की योजनाअंतर्गत आरोपियों को बचाने के लिए कोई कोर-कसर नही छोड़ी बल्कि मैहर चंद प्रेमी की पुरजोर कोशिश यही है कि चरित्रहीन महिलाओं की मदद से स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य जगदीश सक्सेना को बलात्कार के झूठे आरोपों में फंसाया जाए शिकायतकर्ता ने कहा किसी भी कारणवश उसकी मौत के मुख्य दोषी उपरोक्त अदालतों कानून को धोखा देने वाले होंगे । 8800727783, 9717218933,।

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित व प्रसारित । 

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