श्रावण मास विशेष : ज्योतिष शास्त्र विचार शुक्र का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान.. ✍️
श्रावण मास विशेष : ज्योतिष शास्त्र विचार
शुक्र का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान.. ✍️
शुक्र ग्रह को मुख्यतः विवाह प्रेम संबंध, ऐश्वर्य, सौंदर्य, वाहन, आकर्षक व्यक्तित्व, रतिक्रिया एवं कामक्रीड़ा का कारक ग्रह माना गया है : पंकज झा शास्त्री
जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट
शुक्र का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान.. ✍️
पंकज झा शास्त्री 9576281913
अध्यात्म डेस्क/भारत ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 13 अगस्त, 2021)। शुक्र का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान हैं..कैसे जानिए ज्योतिष पंकज झा शास्त्री जी से ज्योतिष विद्या पर आधारित ज्योतिष विचार ।
दक्षिण-पूर्व दिशा (आग्नेय कोण) इस दिशा का स्वामित्व ‘शुक्र ग्रह’ को प्राप्त है। शुक्र ग्रह को मुख्यतः विवाह प्रेम संबंध, ऐश्वर्य, सौंदर्य, वाहन, आकर्षक व्यक्तित्व, रतिक्रिया एवं कामक्रीड़ा का कारक ग्रह माना गया है। वास्तु की दृष्टि से यह दिशा उत्तम शयन सुख एवं प्रजनन क्रिया की दिशा है। यदि इस दिशा में कोई भी वास्तु दोष है अथवा शुक्र ग्रह पीड़ित है तो पत्नी सुख में बाधा/ वैवाहिक जीवन में कड़वाहट, असफल प्रेम संबंध, वाहन से कष्ट, कामेच्छा का समाप्त होना, मधुमेह/ आंखों के रोग, मूत्र रोग एवं गुप्त रोगों की संभावना बनी रहती है।
आग्नेय कोण में कभी भी पानी का टैंक अथवा भूमिगत टैंक का निर्माण नहीं करवाना चाहये। शुक्र यंत्र की विधिवत स्थापना करनी चाहिए। चांदी अथवा स्फटिक के श्रीयंत्र की पूजा करें। अभी श्रावण मास चल रहा है और शुक्र को मजबूती हेतु इस मास शुक्रवार को शिव लिंग को घी का लेप लगाएं और पंचामृत से स्नान करायें बेहतर सकारात्मक पाना सम्भव हो सकता है ।
उपरोक्त ज्योतिष विचार मूल रुपेण पंकज झा शास्त्री मधुबनी निवासी का है ।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।
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