समस्तीपुर में झूठे मुकदमे में अधिवक्ता को फंसाने की साजिश एसपी से मिलने पहुंचे अध्यक्ष,सचिव
समस्तीपुर में झूठे मुकदमे में अधिवक्ता को फंसाने की साजिश एसपी से मिलने पहुंचे अध्यक्ष,सचिव
जनक्रांति कार्यालय से स्टेट विधि चीफ ब्यूरो रविशंकर चौधरी अधिवक्ता की रिपोर्ट
पुलिस अधीक्षक से मिलकर बार एसोसिएशन के सदस्यों ने दिया ज्ञापन
समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 26 अगस्त, 2021)। समस्तीपुर जिले में आपसी रंजिश में झूठा मुकदमा दर्ज कर एक अधिवक्ता पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने को लेकर गुरुवार को बार काउंसिल समस्तीपुर सचिव विमल किशोर राय , अध्यक्ष किरण सिंह के साथ सैकड़ों अधिवक्ता पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढ़िल्लों से मिलकर लिखित आवेदन दिया एवं पुलिस अधीक्षक से मांग किया कि अधिवक्ता अपने परिवारिक काम से बीते 01 माह से दिल्ली में थे । इसके बावजूद इनके ऊपर समस्तीपुर में आपसी रंजिश को लेकर हत्या का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया । मिली जानकारी के अनुसार कल्याणपुर थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर गांव निवासी प्रमोद झा के 45 वर्षीय पुत्र की हत्या का मामला सामने आया था । जिसको लेकर मृतक के भाई विनय कुमार झा द्वारा 09 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी । मृतक के भाई द्वारा मामले में कल्याणपुर थाना में दर्ज कांड संख्या 2392/ 21अधिवक्ता रत्नाकर झा एवं उनके परिवार के कई लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया । इसको लेकर अधिवक्ता एवं उनके परिवार का कहना है कि वह इस घटना में ना तो शामिल थे और नाहीं वे समस्तीपुर में उस वक्त उपस्थित थे । इसके बावजूद उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है । उन्होंने बताया कि अपने पुत्र के एडमिशन को लेकर एवं अपने निजी कामों को लेकर वे 10 जुलाई 20 से ही नई दिल्ली में थे और लगातार वहीं रह रहे थे । जिसकी सीसीटीवी फुटेज एवं संबंधित सभी दस्तावेज उन्होंने पुलिस अधीक्षक के सौंप दी है । लेकिन उनके गांव में एक व्यक्ति की हत्या मामले में उन्हें नाम दिया गया है । उनका कहना है कि जिस व्यक्ति की हत्या मामले में उन पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वह अपराधी छवि का व्यक्ति था ।उस पर अधिवक्ता रत्नाकर झा के घर में डकैती करने के मामले में 10 साल की सजा भी हो चुकी थी । उसी रंजिश को लेकर मृतक के भाई ने अधिवक्ता रत्नाकर झा एवं उनके पिता, भाई ,चाचा ,को नामजद अभियुक्त बना दिया है । उक्त घटना की जानकारी मिलते ही वे तुरंत दिल्ली से समस्तीपुर पहुंचे एवं उन्होंने इसको लेकर पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर को लिखित आवेदन दिया । अपने आवेदन में उन्होंने कहा है कि वह निर्दोष है एवं उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। अधिवक्ता रत्नाकर के साथ बार काउंसिल के अध्यक्ष किरण सिंह, सचिव बिमल किशोर राय के साथ सैकड़ों वकील ने भी पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया एवं पुलिस अधीक्षक को आग्रह की अधिवक्ता को एवं उनके परिवार को इस कांड में साजिश के तहत फंसाया जा रहा है एवं वे लोग निर्दोष हैं। पुलिस अधीक्षक इस मामले में परिवार को इस केस से जल्द से जल्द सभी लोगों को मुक्त कर दें। वहीं इस मामले में बार काउंसिल समस्तीपुर के अध्यक्ष किरण सिंह ने बताया कि बार काउंसिल के सदस्य को साजिश में विवाद को लेकर हत्या के केस में फंसाया जा रहा है । जिसको लेकर वह एवं बार काउंसिल के 100 से अधिक वकीलों ने आज पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की एवं उन्हें लिखित आवेदन देकर अधिवक्ता एवं उनके परिवार को इस कांड से मुक्त करा देने एवं अपराध में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है ।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा स्टेट विधि चीफ ब्यूरो रविशंकर चौधरी अधिवक्ता की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।
Comments