श्रावण मास विशेष : अध्यात्म विचार जिस शनि से लोग डरते है, वह कौन है जिससे शनि डरते हैं : पंकज झा शास्त्री

श्रावण मास विशेष : अध्यात्म विचार
जिस शनि से लोग डरते है, वह कौन है जिससे शनि डरते हैं : पंकज झा शास्त्री


शनि देव दुखी होकर भगवान शिव को पुकारने लगे। भगवान शिव ने आकर पिप्पलाद का क्रोध शांत किया और शनि की रक्षा की। इस दिन से ही शनि पिप्पलाद से भय खाने लगे : पंकज झा शास्त्री

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 अगस्त,2021) । लगभग यह सभी को पता है कि शनि न्याय के प्रिय है।
शनि देव से सभी लोग डरते हैं इसलिए शनि देव को खुश करने के लिए शनिवार को शनि मंदिर में सरसो तेल, तिल, लोहा, उड़द की दाल चढ़ाते हैं। लेकिन यह जानकर आपको हैरानी होगी कि शनि देव सिर्फ डराते नहीं हैं बल्कि इन्हें भी डर लगता हैं। शास्त्रों में कुछ ऐसी कथाएं मिलती हैं जो इस बात को साबित करती है कि शनि देव भी किसी से डरते है।   
ऋषि पिप्लाद को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। इनका नाम जपने वाले व्यक्ति से शनि देव दूर ही रहना पसंद करते हैं। यह वही ऋषि हैं जिन्होंने शनि देव की चाल को मंद कर दिया।
पिप्लाद ऋषि के विषय में कथा है कि, जब इन्हें पता चला कि शनि देव के कारण उन्हें बचपन में ही माता-पिता को खोना पड़ा है तब तपस्या करने बैठ गये। ब्रह्मा जी को प्रसन्न करके उनसे ब्रह्मदंड मांगा और शनि देव की खोज में निकल पड़े। इन्होंने शनि देव को पीपल के वृक्ष पर बैठा देख तो उनके ऊपर ब्रह्मदंड से प्रहार किया।
इससे शनि के दोनों पैर टूट गये। शनि देव दुखी होकर भगवान शिव को पुकारने लगे। भगवान शिव ने आकर पिप्पलाद का क्रोध शांत किया और शनि की रक्षा की। इस दिन से ही शनि पिप्पलाद से भय खाने लगे। पिप्लाद का जन्म पीपल के वृक्ष के नीचे हुआ था और पीपल के पत्तों को खाकर इन्होंने तप किया था इसलिए ही पीपल की पूजा करने से शनि का अशुभ प्रभाव दूर होता है।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित व प्रसारित ।

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित