खानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी द्वारा फर्जी प्रमाण देकर लाखों ₹. प्रति माह हस्ताक्षर कर वेतन निकासी का जिला प्रशासन मौन क्यों...??

 खानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी द्वारा फर्जी प्रमाण देकर  लाखों ₹.  प्रति माह हस्ताक्षर कर वेतन निकासी का जिला प्रशासन मौन क्यों...??

खानपुर के प्रभारी लगातार गलत तरीके से सरकारी  खजाने से वेतन के रूप में  अवैध  निकासी करते आ रहे हैं,आखिर क्यों.?

आखिर जिलाधिकारी इस मामले में क्यों है खामोश ..? अभीतक क्यों नहीं दिए जांच के आदेश कहीं वेतन घोटाला में उनका हिस्सा तो नहीं..??

जनक्रांति कार्यालय से संवाद सूत्र आर.के.राय

समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय ( 02 सितंबर, 2021) ।  समस्तीपुर डीएम के आवास और कार्यालय समस्तीपुर सदर अस्पताल की दूरी तय करने में एक गंभीर मामले 07 दिन मात्र पहुंचने में लगते हैं तो कल्पना कर सकते हैं कि किसी ब्लॉक या अंचल में जाने के लिए कितना समय पत्र को पहुंचने में तय करना पड़ेगा.? जबकि जिलाधिकारी के आवास और कार्यालय से सदर अस्पताल की दूरी मात्र 500 से 1000 मीटर की दूरी तय करनी है । मामला कोई निजी व्यक्तियों का नहीं है बल्कि समस्तीपुर के जिलाधिकारी के जिला कोषागार से पिछले 02 वर्षों से फर्जी प्रमाण पत्र पर लाखों रुपए प्रति माह खानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी के हस्ताक्षर से निकासी का मामला है । आखिर यह कैसे संभव हो रहा है । सूत्रों की मानें तो  पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाते से जिनके नाम पर निकासी होता है उसका कहीं से मेल नहीं खाता है ,  बावजूद  भी समस्तीपुर के पूर्व सिविल सर्जन के  मेल  में रहने से खानपुर के प्रभारी लगातार निकासी करते रहे हैं । जब इस संबंध में प्रमोद कुमार ने  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के  मामले  को उजागर किया तो तमाम माफियाओं ने पहले उन्हें अपमानित किया।  मारपीट किया और सबसे पहले जाकर खानपुर थाने में मामला दर्ज कर दिया ।  प्रभारी ने सिविल सर्जन, जिला प्रशासन को सूचना दी समस्तीपुर से एसडीजीएम संजीव कुमार ने घटना की विस्तृत जांच की और जांच प्रतिवेदन दिए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किया गया । आखिर  कारवाई नहीं किया जाना क्या जिला प्रशासन  जिले के वरीय अधिकारी पर कई तरह के सवाल खड़े नहीं कर रहे हैं कहीं इसमें जिलाधिकारी का हिस्सा तो नहीं है। जिसके कारण वे कोई कार्यवाही नहीं कर रहे।  जानकारों की मानें तो यह मामला सरकारी खजाने से  एक संयंत्र के तहत  लूट से संबंधित मामला प्रतीत होता है।  अब दिलचस्प बात यह है कि अब देखना है जिले के जिलाधिकारी इस मामले में अब क्या कार्रवाई करते हैं या  युही मामले को दवा देते हैं आनेवाला वक्त ही तय करेगा। बहरहाल इस घटना की चर्चा पूरे जिले में जोर सोर से हो रही है ।

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा आर.के.राय की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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