शिकायतकर्ता को जिंदा जलाने बलात्कार के आरोप में फंसाने की चल रही साजिशों के खिलाफ जिला एंव सत्र न्यायाधीश से लगाई पीड़ित ने जानमाल की गुहार

 शिकायतकर्ता को जिंदा जलाने बलात्कार के आरोप में फंसाने की चल रही साजिशों के खिलाफ जिला एंव सत्र न्यायाधीश से लगाई पीड़ित ने जानमाल की गुहार


सीबीआई के ढुलमुल रवैये के कारण राजीव गांधी हत्याकांड मामले के शिकायतकर्ता को पड़े जानमाल के लाले गंदी गंदी गालियाँ उठवाने की धमकियाँ देने वालों की कभी भी हो सकती गिरफ्तारियाँ : सत्य सनातन रक्षा सेना

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

समाचार डेस्क/बरेली, उत्तर प्रदेश( जनक्रांति हिन्दी न्यूज़ बुलेटिन 14 सितंबर, 2021)। सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद चित्रांस ने कहा कि राजीव गांधी हत्याकांड की एक एक पर्तो को खोलने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना के ब्यान दर्ज कराने के बाद से देश की स्वतंत्र जांच एजेंसी सीबीआई के ढुलमुल रवैये के कारण शिकायतकर्ता जगदीश सक्सेना को चारों तरफ से घेरने की चल रही तैयारियों से सर्तक हुए शिकायतकर्ता के खिलाफ चल रही साजिशों में शामिल गंदी गंदी गालियाँ देने वाले विश्वधर्मा टाइम्स के संपादक भीम शर्मा ने दी उठवाने की धमकियाँ । जबकि 10 जनपथ की तरफ बराबर ऊँगली उठा राजीव गांधी हत्याकांड को बार बार प्रकाशित कर गवाह से मुखर होने वाले संपादक अखिलेश कुमार अखिल की गवाही दर्ज करने की बजाए सीबीआई के एस.पी टी.पुनिथामनी की मेहरबानियों के कारण उल्टा स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य जगदीश सक्सेना के खिलाफ चल रही गहरी साजिशों का भंडाफोड़ करने के लिए धारा: 120बी, 201, 182, 420, 506, 499, 500-आईपीसी के तहत दी गई शिकायत की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा आरोपियों के खिलाफ सबूतों के आधार पर एफआईआर दर्ज करते हुए कभी भी कर सकती है गिरफ्तारियाँ । उपरोक्त अंतरराष्ट्रीय राजीव गांधी हत्याकांड मामले को बहादुरशाह जफर मार्ग दिल्ली से प्रकाशित करने वाले साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक अखिलेश कुमार अखिल 10 जनपथ की तरफ ऊँगली उठाते हुए बराबर राजीव गांधी हत्याकांड को प्रकाशित खबरों के बिहाफ पर सीबीआई में दो बार गवाही देने के साथ साथ सबूतों को उपलब्ध कराने वाले पब्लिक यूनियन के अध्यक्ष प्यार चंद दिम्मी ने 2007 से धरने प्रदर्शन कर राजीव गांधी हत्याकांड के आरोपियों का खुलासा करने के उपरांत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे चंद्रास्वामी ने अपने सीनियर अधिवक्ता प्राणनाथ लेखी से दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर करवाने के बाद उच्च न्यायालय के जस्टिस एस.एन.ढिंगरा ने डॉ० मनमोहन सरकार को नोटिस जारी करते हुए जानना चाहा था कि नए तथ्यों के सामने आने पर राजीव गांधी हत्याकांड मामले को दुबारा क्यों नही खोला जाना चाहिए । अदालत के नोटिस को दरकिनार करते हुए मनमोहन सरकार ने राजीव गांधी हत्याकांड जैसे अंतरराष्ट्रीय मामले को खोलने से साफ इंकार करने वाली मनमोहन सरकार की योजनाअंतर्गत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे चंद्रास्वामी को आखिर क्यों और किसकी प्लानिंगनुसार बरी किया गया था जो साबित करता है कि उस समय की डॉ० मनमोहन सरकार अवश्य ही राजीव गांधी हत्याकांड में शामिल थी। उपरोक्त मामले की गंभीरता को लेकर 2010 से बराबर शिकायत करते हुए सूचना अधिकार अधिनियम के तहत निष्पक्ष सूचना उपलब्ध कराने की बजाए मनमोहन सरकार के प्रशासनिक अधिकारी खानापूर्ति करते हुए आरटीआई के नियमों का उल्लंघन करने को लेकर स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य नागरिक अधिकार चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सक्सेना ने सबूतों के आधार पर प्वाइंट टू प्वाइंट सीबीआई के निदेशक से कानूनी कार्यवाही के लिए अनुरोध करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एंनटोनियों मेंनियों को राजीव गांधी हत्याकांड का मास्टरमाइंड मुख्य दोषी बताते हुए सबूतों के आधार पर सीबीआई को शिकायतकर्ता के ब्यान दर्ज करने के उपरांत तत्काल सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए देश में इतिहास रचने वाले स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्य शिकायतकर्ता की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करवाते हुए उनका सहयोग करने की बजाए ढुलमुल रवैया अपनाते हुए शिकायतकर्ता के लिए परेशानियों का जाल बुनने वालों की मददगार भारत की स्वतंत्र जांच एजेंसी सीबीआई आखिर क्यों बनी हुई है । जिसके खिलाफ भारत सरकार के राष्ट्रपति से शिकायत करते हुए सीबीआई के एसपी टी. पुनिथामनी के खिलाफ शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता ने कहा सीबीआई के एसपी ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने में जान बूझकर किए जा रहे विलंब के खिलाफ वह देश को बताएंगे कि सीबीआई किस तरह गिरगिट की तरह रंग बदलने वालों के सहयोग करती है ।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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