जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत जलाशयों के रखरखाव एवं प्रबंधन हेतु जिला स्तरीय समिति की समीक्षात्मक बैठक

 जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत जलाशयों के रखरखाव एवं प्रबंधन हेतु जिला स्तरीय समिति की समीक्षात्मक बैठक

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत जलाशयों के रखरखाव एवं प्रबंधन हेतु जिला स्तरीय समिति की समीक्षात्मक बैठक की अध्यक्षता कर रहे समस्तीपुर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर 

  समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 03 सितंबर, 2021)। जिला जनसंपर्क कार्यालय, समाहरणालय समस्तीपुर द्वारा प्रेस विज्ञप्ति 02/ दिनांक 3सितंबर 2021 द्वारा मिली जानकारी मुताबिक आज शुक्रवार को जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत जलाशयों के रखरखाव एवं प्रबंधन हेतु जिला स्तरीय समिति की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में आहूत की गई।


बैठक में जिला परियोजना प्रबंधक जीविका, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला वन पदाधिकारी एवं संबंधित विभाग के अन्य कर्मी उपस्थित थे।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निम्नलिखित निर्देश दिए गए :
01.जिला परियोजना प्रबंधक जीविका को निर्देश दिया गया कि निदेशक लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन से तालाबों की सूची उपलब्ध कर,2 अच्छे और डेवलप्ड तालाब चिन्हित करें।
जिसमें मत्स्य पालन हेतु 2 संगठन तैयार करें जिन्हें जिला मत्स्य पदाधिकारी के द्वारा प्रशिक्षित कराया जायेगा।
02.मत्स्य पालन के लिए कम से कम 60 योग्य जीविका दीदियों को मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण में मत्स्य पालन के साथ वित्तीय प्रबंधन पर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उद्देश्य
०१. जीविका के सामुदायिक संस्थानों द्वारा तालाबों/आवंटित तालाबों का रखरखाव एवं प्रबंधन।
०२. मत्स्य पालन संबंधित जीविकोपार्जन गतिविधियों द्वारा आमदनी में वृद्धि लाना।


कार्यनीति
०१. प्रारंभ में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत बनाए गए सार्वजनिक जलाशयों को जीविका के सामुदायिक संस्थानों यथा ग्राम संगठन (VO)/Nodal ग्राम संगठन को जीविकोपार्जन गतिविधि हेतु 5 वर्षों की अवधि के लिए नि:शुल्क आवंटित किया जाएगा।
०२. आवंटित तालाबों का उपयोग सामुदायिक संस्थानों द्वारा मत्स्य पालन,बत्तख पालन,समेकित कृषि, पार्क एवं पर्यटन इत्यादि जीविकोपार्जन गतिविधियों के लिए किया जाएगा।
०३. जीविका द्वारा जीविकोपार्जन गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए मछली उत्पादक समूहों (FPG's) का गठन किया जाएगा।
०४. जीविका के स्वयं सहायता समूह (SHG)के सदस्य ही मछली उत्पादक समूह (FPG) के सदस्य होंगे। उपरोक्त जानकारी ईमेल माध्यम से प्रेस कार्यालय को District  Public Relations Officer, Soochna Bhawan Collectorate Campus, Samastipur, Bihar द्वारा दिया गया।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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