गिफ्ट ऑफ गॉड शंभूपट्टी समस्तीपुर के परिसर में डॉ० एस० एन० सुब्बाराव के लिए शोक सभा एवं सर्व धर्म प्रार्थना का किया गया आयोजन

 गिफ्ट ऑफ गॉड शंभूपट्टी समस्तीपुर के परिसर में डॉ० एस० एन० सुब्बाराव के लिए शोक सभा एवं सर्व धर्म प्रार्थना का किया गया आयोजन


पदमश्री डॉ० एस० एन० सुब्बा राव जी के चित्र पर पुष्पांजलि एवं मौन धारण कर आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना भी किया गया

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


भाई जी डॉक्टर एस० एन० सुब्बाराव के साथ समस्तीपुर के समाजसेवी एडवोकेट संजय कुमार बबलू

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन ३० अक्टूबर, २०२१ ) । राष्ट्रीय युवा योजना प्रगति आदर्श सेवा केंद्र आशा सेवा संस्थान चेतना सामाजिक संस्था एवं जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र  के संयुक्त तत्वाधान में गिफ्ट ऑफ गॉड शंभूपट्टी समस्तीपुर के परिसर में शोक सभा एवं सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया । पदमश्री डॉ० एस० एन० सुब्बा राव के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि एवं मौन धारण कर आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना भी किया गया । एन० जी० ओ संघ बिहार के सचिव एवं उनके साथ 1992 से कार्य करने वाले समाजसेवी संजय कुमार बबलू ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये कहा कि भाईजी का जीवन विश्व के युवाओ के लिए समर्पित था ।

इनमें गांधी और विनोवा का झलक साफ दिखता था । दुनिया के करोड़ों नौजवान इनके आह्वान पर कैम्प में भाग लेते रहे है । इनका निधन पूरी दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति है । वहीं जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र के संस्थापक सचिव सुरेंद्र कुमार ने भाई के बीच बिताये लम्हे को अद्भुत बताया उन्होंने कहा कि भाईजी युवाओ के लिए आशा के प्रतीक और दुनिया के लिए शांति के मसीहा थे। चेतना सामाजिक संस्था के अध्यक्ष डॉ० मिथिलेश कुमार ने सुब्बाराव जी को महामानव बताया ।  ऐसे व्यक्ति युग पुरुष के रूप में ही जन्म लेते भाईजी का विचार और संदेश सदैव अमर रहेगा । आशा सेवा संस्थान के सचिव अमित कुमार वर्मा  ने भाईजी के निधन को युवाओ के लिए शून्यता बताया । गांधीवादी डॉ एसएन सुब्बा राव का निधन 93 वर्ष 10 माह की आयु में हो गया । सुब्बाराव जी भाईजी के नाम से पूरे दुनिया मे मशहूर थे। राष्टीय युवा योजना राष्ट्रीय सेवा योजना जैसे कई संस्थाओं के  संस्थापक के रूप में इन्होंने हजारों युवा कैम्प का आयोजन किया करोड़ो युवाओं के दिलो पर राज करते थे भाईजी ।

इन्होंने चंबल के छह सौ से ज्यादा डकैतों को आत्मसमर्पण कराया । 13 वर्ष के उम्र में फिरंगियों ने इन्हें जेल में डाल दिया फिर भी इनका हौसला कम नही हुआ । इन्हें पद्मश्री समेत सैंकड़ो राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है । समस्तीपुर जिला के  हजारों युवा एकता शिविर में भाग लेते रहे है । भाईजी का निधन देश के युवाओं के लिए अपूरणीय क्षति है । वर्ष 1993 में सद्भावना रेल यात्रा के दौरान समस्तीपुर जिले में इनका आगमन हुआ था और 2 दिन तक इन्होंने समस्तीपुर में आयोजित कई कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी निभाई थी ।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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