आंशिक चंद्र ग्रहण : "चन्द्रग्रहण" कल लगेगा 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा: पं.घनश्याम-तिवारी

 आंशिक चंद्र ग्रहण  :  "चन्द्रग्रहण" कल लगेगा

2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा:  पं.घनश्याम-तिवारी

जनक्रांति कार्यालय से नागेंद्र कुमार सिन्हा की रिपोर्ट


साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को लगने जा रहा है।

समाचार डेस्क, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन 18 नवंबर, 2021 ) । साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021, शुक्रवार के दिन लगने जा रहा है। ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में दिखाई देगा। ज्योतिषियों की मानें तो ऐसा 580 साल बाद होगा जब इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जाएगा। इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 में पड़ा था। जानिए कहां-कहां, कैसे और कब इस ग्रहण को देख पायेंगे।
कहां दिखाई देगा ये चंद्र ग्रहण..? ये ग्रहण भारत के पूर्वोत्तर इलाकों में दिखाई देगा। अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में इसे देखा जा सकेगा। इसके अलावा ये उत्तर और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में देखा जा सकेगा।
चंद्र ग्रहण की डेट और समय: चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को लगने जा रहा है।
इसकी शुरुआत भारतीय समय के अनुसार सुबह 11 बजकर 34 मिनट से होगी और इसकी समाप्ति शाम 5 बजकर 33 मिनट पर होगी। खण्डग्रास ग्रहण की कुल अवधि 03 घण्टे 26 मिनट की होगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 05 घण्टे 59 मिनट की होगी।
भारत में लगेगा उपच्छाया चंद्र ग्रहण: भारत में आंशिक नहीं उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इसे नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता। इसे देखने के लिए विशेष तरह के उपकरणों की जरूरत पड़ती है। ये साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। इसके बाद चंद्र ग्रहण का नजारा 8 दिसंबर 2022 में देखने को मिलेगा।

किस राशि और नक्षत्र में लग रहा है ग्रहण..?  पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लग रहा है। जो तुला, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए शुभ रहेगा। इन तीनों राशियों के जातकों को करियर में तरक्की मिलेगी। वहीं वृषभ, सिंह, वृश्चिक और मेष राशि के जातकों की परेशानियां बढ़ाएगा।
क्या होता है उपछाया ग्रहण..? ग्रहण की शुरुआत से पहले चंद्रमा धरती की उपच्छाया में प्रवेश करता है इसके बाद धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है। जब ऐसा होता है तब वास्तविक चंद्र ग्रहण लगता है। लेकिन उपच्छाया चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश किए बिना ही बाहर आ जाता है। ज्योतिष में उपछाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण का दर्जा नहीं दिया गया है।
चंद्र ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि वाले रहें सावधान, इन चीजों से भी बनाएं दूरी।
सूर्य ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि वालों को सावधान रहने की जरूरत है। इस दिन तनाव, विवाद से बचना चाहिए। इस दिन धन के प्रयोग में भी सतर्कता बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को भी सावधानी बरतनी चाहिए। इस दिन गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
बहुत खास है यह चंद्र ग्रहण, जाने भारत में कब से कब तक रहेगा।
19 नवंबर का चंद्र ग्रहण बहुत खास है क्‍योंकि ऐसा चंद्र ग्रहण 580 साल के बाद लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण पिछले 580 साल का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब साढ़े 3 घंटे की रहेगी। भारत में यह चंद्र ग्रहण दोपहर को 12:48 बजे से 04:17 मिनट तक रहेगा। आप सभी का मंगल हो।


जनक्रांति कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा नागेंद्र कुमार सिन्हा द्वारा पं.घनश्याम-तिवारी की ज्योतिष विचार संप्रेषित रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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