टीकाकरण के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी महाअभियान के दौरान निजी क्लीनिकों में मरीजों को किया जा रहा ईलाज

 टीकाकरण के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी महाअभियान के दौरान निजी क्लीनिकों में मरीजों को किया जा रहा ईलाज

टीकाकरण के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी महाअभियान के दौरान निजी क्लीनिकों में मरीजों को देख उड़ाया जा रहा सरकारी आदेशों का माखौल जनता ने लगाया आरोप

जनक्रांति कार्यालय से संवाद सूत्र जग्रनाथ दास की रिपोर्ट

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा सरकारी आदेश को दरकिनार कर निजी क्लीनिक में मरीजों को देख आदेशों का खुल्लमखुल्ला उड़ाया जा रहा है माखौल 


कटिहार,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 24 जनवरी, 2022)। कटिहार जिला के सीएस के बिना सूचना के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा कई और काम कर लिया जाता है । एक तरफ सरकार जहां कोविड 19 टीकाकरण को लेकर राग अलाप रही है । वहीं दूसरी ओर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा सरकारी आदेश को दरकिनार कर निजी क्लीनिक में मरीजों को देख आदेशों का खुल्लमखुल्ला मखौल उड़ाया जा रहा है।

अब सवाल उठता है कि सरकार के द्वारा कोविड-19 वायरस ओमीक्रॉन से बचाव को लेकर चिकित्सकों के द्वारा निर्देशो कितना पालन किया जा रहा है । यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है । मालूम हो की कई प्रखंडों में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को महाअभियान में 24 घंटे रहकर शत् प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति के लिए निर्देश दिया गया है । बावजूद आम दिनों की कौन पूछे अंतराष्ट्रीय स्तर पर चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान के निर्देशो को भी ठेंगा दिखाकर अभियान के दौरान निजी क्लीनिकों का संचालन कर मनमानी किया जा रहा है ।

इसी तरह एक मामला सामने आया है  मामला मानसाही सीएचसी प्रभारी चिकत्सा पदाधिकारी की है । जहां टीकाकरण के लिए किशोर व किशोरियों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए सरकार के द्वारा  महाअभियान चलाया जा रहा है । वही निर्देश को दरकिनार करते  पीएचसी प्रभारी डॉ० मनोज कुमार चौधरी के महाभियान के दौरान 21 जनवरी को 3:00 बजे से लेकर 3:45 बजे तक बिनोदपुर स्थित निजी क्लीनिक में मरीजों को देखते नजर आए यह जानकारी बघवा बाड़ी वार्ड नंबर 16 के एक मरीज ने दी।

उन्होंने बताया कि वे पेट दर्द को लेकर इलाज कराने के लिए दुर्गापुर स्थित हरे राम मंदिर के बगल में डॉ० एम०के० चौधरी के निजी क्लीनिक में नंबर लगाया जहां ₹500 फीस भी दी गई और उनके द्वारा उनका इलाज किया गया । इस दौरान उनका कहना है कि 2400 ₹ का अलग-अलग जांच लिखा गया साथ ही क्लीनिक में दवा दूकान से दवा लेने को ही कहा गया जो जाँच का विषय है ।

अब सवाल उठता है कि एक तरफ जहां सरकार कोविड टीकाकरण को लेकर तत्पर है वही उनके सरकारी चिकित्सकों के द्वारा टीकाकरण के समय में निजी क्लीनिक में मरीजों को देखकर समय को बिताना विभाग के द्वारा दिए गए लक्ष्य को कैसे पूरा किया जाता होगा । यह अपने आप में एक सवाल है । मामले में डीडीसी अरुण कुमार ठाकुर का कहना है कि जिले में इस तरह का एक तंत्र हावी है, टीकाकरण के समय चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा निजी क्लिनिक का संचालन करना सरकार व प्रशासन के आदेश को धता बताना है । इसकी जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है । जबकि मनसाही चिकित्सा प्रभारी अधिकारी डॉ० मनोज कुमार चौधरी का कहना है कि लंच करने गए थे । उनसे ज्यादा जिले में कोई भी चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात नहीं रहते निजी क्लीनिक में मरीज को टीकाकरण के समय देखने की बात बेबुनियाद बताया ।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा संवाद सूत्र जग्रनाथ दास की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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