सुप्रभात् मित्रों, युग क्रांति -जनक्रांति आजका सुविचार
सुप्रभात् मित्रों,
युग क्रांति -जनक्रांति
आजका सुविचार
मीठी और कड़वी
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बुराई बड़ी मीठी है,
उसकी चाहत कम नहीं होती !
सच्चाई बड़ी कड़वी है,
सबको हजम नहीं होती..!!
कुछ कह गए, कुछ सह गए,
कुछ
कहते कहते रह गए..!!!
मै सही तुम गलत के खेल में
न जाने
कितने रिश्ते ढह गए......!!!!
जय श्रीराम-जय श्रीराम
शतरंज हो या जिंदगी,
जीतने के लिए धैर्य रखना पड़ता है।
🍁₲❍❍₫ ℳ✺₰ηιη₲🍁
🙏🏻j@¥ $h₹€€ R🙏m@🙏🏻
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