बरौनी गोंदिया में यात्रा करना हुआ रेल यात्रियों के लिए काफी दु:खद मोबाइल फोन सफर में चार्ज करना हुआ दुर्लभ

 बरौनी गोंदिया में यात्रा करना हुआ रेल यात्रियों के लिए  काफी दु:खद मोबाइल फोन सफर में चार्ज करना हुआ दुर्लभ


जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


लम्बी दूरी तय करने वाले यात्रियों को शौचालय में पानी , लाईट, के साथ ही मोबाइल फोन चार्ज करने में काफी कठिनाई होती हैं उत्पन्न रेल प्रशासन ध्यान दें : राजेश कुमार वर्मा

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 14 जनवरी,2022) । बरौनी गोंदिया में यात्रा करना हुआ रेल यात्रियों के लिए  काफी दु:खद मोबाइल फोन सफर में चार्ज करना हुआ दुर्लभ । उपरोक्त जानकारी उस समय हुई जब जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन के प्रकाशक/सम्पादक ने सफर के दरम्यान अपने आरक्षित बोगी में मोबाईल चार्ज करने के लिए स्वीच के प्लग में मोबाइल फोन का चार्जर लगाया । उन्होंने लाख प्रयास किया लेकिन स्वीच में लाइन नहीं मिला ।

उन्होंने बोगी के हरेक स्वीच को चार्जर लगाकर जांच किया लेकर एस-09 के आरक्षित बोगी में चार्जिंग के लिऐ लगाए गए एक भी स्वीच बोर्ड में लाइन का कनेक्शन नहीं पाया गया ।

उपरोक्त बात की शिकायत प्रेस के माध्यम से राजेश कुमार वर्मा सम्पादक जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन ने रेल प्रशासन के साथ रेल मंत्री से शिकायत करते हुए कहा है की रेल यात्रियों के लिए बरौनी गोंदिया एक्सप्रेस में कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं हैं । बताते है की लम्बी दूरी तय करने वाले यात्रियों को शौचालय में पानी , लाईट, के साथ ही मोबाइल फोन चार्ज करने में काफी कठिनाई उत्पन्न होती है , इसका मुख्य कारण है ट्रेन के बोगी में स्वीच बोर्ड तो सभी आरक्षित सीट के लिए उपलब्ध है लेकिन उसमें लाईन (कनेक्सन) ही नहीं हैं।

जिसके कारण लोग अपने मोबाइल फोन को यात्रा के दरम्यान चार्ज नहीं कर पाते हैं । जिससे वैसे लोगों को लंबी दूरी की यात्रा में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । ऐसा ही वाक्या आज सामने नजर आया है। उन्होंने कहा है की सामान्य बोगी की यात्रा छोड़ यात्रा में सुविधाओं के लिऐ शयनयान आरक्षित बोगी में अपना आरक्षण करवा सफर करना चाहते हैं ताकी किसी भी तरह की असुविधा उत्पन्न ना हो सके ।

लेकिन रेल कर्मचारियों अधिकारियों की कार्य में लापरवाही के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करने पल मजबूर होना पड़ रहा है।आखिर इस कार्य के लिए दोषी कौन है रेलवे अधिकारी या कर्मचारी ..?? ऐ एक सोचनीय विषय बन जाता है....??

जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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