वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान की हुई आकस्मिक मौत से पत्रकार हुऐ मर्माहत दिया भावभीनी श्रद्धांजलि

 वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान की हुई आकस्मिक मौत से पत्रकार हुऐ मर्माहत दिया भावभीनी श्रद्धांजलि


NDTV के वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान से मिलने की इच्छा रह गई अधूरी निधन की खबर सुनकर हो गए पत्रकार संजय कुमार हुऐ दु:खी   

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


सुबह सबेरे , जब सारा देश मकर- संक्रांति की मस्ती में डूबा ,तब यह मनहूस खबर मिली की कमाल खान नहीं रहे, तो यकीन मानिए, जितनी तकलीफ हमें हो रही है, उसका मैं शब्दों में वर्णन नहीं कर सकता हूँ। कमाल खान से मिलने की हमारी ख़्वाहिश हमेशा के लिए रह गई अधूरी : संजय कुमार पत्रकार
                                         
समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय १४ जनवरी, २०२२ ) । हमारे अनूज सरीखे छोटे भाई संजय कुमार राष्ट्रीय सहारा के नगर संवाददाता ने प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से कहा की हमारे बहुत से मित्र या शुभचिंतक होंगे जो पुण्य प्रसून वाजपेयी, रवीश कुमार या कमाल खान सरीखे पत्रकारों को विगत कुछ वर्षों से जानते होंगे।

लेकिन हमने जिन लोगों का नाम ऊपर लिया है, वे हमारे लिए महज कुछ वर्षों से जानने वाले लोग नहीं हैं, बल्कि लगभग दो दशकों से मैं इन लोगों का “बड़ा वाला प्रशंसक” रहा हूँ। कुछ मौकों पर हमारी सभी से बातचीत भी हुई है और हमारी बदकिस्मती ही कहिए की कमाल खान को छोड़ दें तो सभी से मुलाक़ात भी हुई है।

बीते वर्ष बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान समस्तीपुर में रिपोर्टिंग करते हुए हमारे समस्तीपुर आज तक के पत्रकार जहांगीर आलम जी के माध्यम से हमें आज तक UP के तेज तर्रार पत्रकार कुमार अभिषेक से मुलाक़ात करने का मौका मिला था, उस समय उनके साथ चाय पीने के दौरान हमने उनका मोबाइल नंबर उनसे ले लिया था। अभी कुछ महीने पहले मैंने कुमार अभिषेक को फोन किया और उनसे कमाल खान का मोबाइल नंबर मांगा।

उन्होने बिना कोई देरी किए एवं बिना कोई कारण पूछे तुरंत ही कमाल खान का मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप कर दिया। मैंने उसी समय कमाल खान को फोन किया और उनसे बातचीत की। लगभग 05 मिनट तक कमाल खान ने मुझसे बात की, मैंने उन्हे बताया की मैं उनकी पत्रकारिता का कायल हूँ।

उन्होने हमारे सभी बातों को गौर से सुना था और अपने खास अंदाज में मुझे धन्यवाद दिया था। मैंने उनसे कहा थी कि कभी लखनऊ आऊँगा तो हो सके तो 05 मिनट का अपना बहुमूल्य समय हमें अवश्य दीजिएगा, जबाव में उन्होने कहा था कि अरे आइये तो सही और आकर हमें फोन करिए जरूर। इस बीच व्हाट्सएप पर मैसेजों का आदान- प्रदान भी होता रहा।

आज दिनाक 14 जनवरी 2022 की सुबह, जब सारा देश मकर- संक्रांति की मस्ती में डूबा है, जब यह मनहूस खबर मिली की कमाल खान नहीं रहे, तो यकीन मानिए, जितनी तकलीफ हमें हो रही है, उसका मैं शब्दों में वर्णन नहीं कर सकता हूँ। कमाल खान से मिलने की हमारी ख़्वाहिश हमेशा के लिए अधूरी रह गयी। हमारी प्रभू से यही विनती करते हैं की भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को अमरत्व प्रदान करें । शत् शत् नमन करते हैं।


उपरोक्त विचार संजय कुमार, समस्तीपुर राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार द्वारा वाट्स ऐप माध्यम से दिया गया । जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

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