जर्जर दरगाह रोड पर माले के धानरोपनी आंदोलन के बाद बनी थी सड़क : महिला अधिकार कार्यकर्ता बंदना सिंह

 जर्जर दरगाह रोड पर माले के धानरोपनी आंदोलन के बाद बनी थी सड़क : महिला अधिकार कार्यकर्ता बंदना सिंह 

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट

सालभर के अंदर ध्वस्त हुआ दरगाह रोड, निर्माण ऐजेंसी पर हो कार्रवाई - बंदना सिंह

ताजपुर/समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 22 फरवरी, 2022)। ताजपुर प्रखंड में वर्षों तक जर्जर रहा नेशनल हाईवे गांधी चौक से मुख्य बाजार को जोड़ने वाली दरगाह रोड पर भाकपा माले के सड़क पर धानरोपनी आंदोलन के बाद कालीकरण विधी से सड़क का निर्माण किया गया था ।

इसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने की शिकायत निर्माण अवधि में भी किया गया था, लेकिन विभाग अनसुनी करती रही परिणाम हुआ कि निर्माण के साल भी पूरा नहीं हुआ और सड़क पूर्णतः जर्जर हो गई ।

अब आलम यह है कि राहगीर इस सड़क से गुजरना भी नहीं चाहते ।
  इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिला अधिकार कार्यकर्ता सह ऐसा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा है कि ताजपुर के विकास कार्यों को अधिकारी- दलाल- ठेकेदार की मिलीभगत से लूटा जा रहा है ।

उन्होंने विकास कार्यों के आमलोगों की सहभागिता बढ़ाने की अपील की है ।

श्रीमती सिंह ने उक्त सड़क की जांच कर अनियमितता के दोषी ठेकेदार पर कार्रवाई करने एवं जर्जरीभूत हो रहे सड़क की मरम्मतीकरण कराने की मांग की है ।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित