शिक्षाविद डॉ. कपिल देव नारायण सिंह के प्रथम पुण्यतिथि पर किया गया उनके प्रतिमा का अनावरण

 शिक्षाविद डॉ. कपिल देव नारायण सिंह के प्रथम पुण्यतिथि पर किया गया उनके प्रतिमा का अनावरण


जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


कपिल देव बाबू अपने जीवन में गरीब एवं मेधावी छात्रों को हर संभव नि:शुल्क मदद करते रहे वह महान व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे : मंत्री रामसूरत राय

शिवहर/सीतामढ़ी,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन 05 मई,2022)। तरियानी प्रखंड के गंगाधरमपुर में लोकप्रिय शिक्षाविद डॉ. कपिल देव नारायण सिंह के प्रथम पुण्यतिथि पर प्रतिमा का अनावरण माननीय भू-राजस्व मंत्री रामसूरत राय एवं माननीय पर्यावरण एवं वन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर पुष्पांजलि समारोह का उद्घाटन माननीय मंत्री रामसूरत राय ने करते हुए कहा कि कपिल देव बाबू अपने जीवन में गरीब एवं मेधावी छात्रों को हर संभव नि:शुल्क मदद करते रहे वह महान व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे। उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए उनके दोनों पुत्र को साधुवाद दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि कपिल देव बाबू के जीवनी से हम सभी को सीख लेनी चाहिए। वे मृदुभाषी के साथ-साथ एक कुशल प्रशासक भी थे।

बतादें कि युगपुरुष डॉ. कपिल देव नारायण सिंह आरंभिक शिक्षा अपने गांव में ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने नवाब हाई स्कूल से मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण किया। उन्हें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ कि एलएस कॉलेज, मुजफ्फरपुर में प्राचार्य के पद को सुशोभित किया। जहां ये उच्च शिक्षा ग्रहण किये थे। 

इनकी प्रथम नियुक्ति आरके गोयनका कॉलेज, सीतामढ़ी में व्याख्याता के पद पर हुई थी। उन्होंने रामेश्वर महाविद्यालय मुजफ्फरपुर, जीवछ महाविद्यालय मोतीपुर, नितिश्वर महाविद्यालय मुजफ्फरपुर, एसएनएस महाविद्यालय मोतिहारी, एमएस महाविद्यालय मोतिहारी, लंगट सिंह महाविद्यालय मुजफ्फरपुर, संत प्रेम भिक्षु इंटर कॉलेज मुजफ्फरपुर, राज नारायण सिंह इंटर कॉलेज मुजफ्फरपुर, अवध बिहारी कॉलेज लालगंज, सत्येंद्र नारायण सिंह कॉलेज हाजीपुर में विभिन्न पदों पर अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

लगभग 20 वर्षों तक विभिन्न कॉलेज में प्राचार्य के रूप में निर्विवाद अपनी सेवा देते रहे और एक महान शिक्षाविद के रूप में अमिट छाप छोड़ कर 5 मई 2021 को  इस नश्वर संसार को छोड़कर परलोक बासी हो गए। इनके दो अनमोल रत्न ई. पंकज कुमार सिंह और पवन कुमार सिंह सामाजिक सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक विरासत को और अधिक समृद्ध और आलोकित कर रहे हैं।

विदित हो कि पंकज कुमार सिंह पेशे से अभियंता हैं, जबकि पवन कुमार सिंह समस्तीपुर जिले में लीड बैंक के प्रबंधक के पद पर रहते हुए आज जिले की आर्थिक गतिविधियां को नई ऊंचाई प्रदान कर रहे हैं। कृषि प्रधान जिला समस्तीपुर को औद्योगिक मानचित्र पर लाने के लिए सतत् प्रयत्नशील हैं। वहीं पंकज कुमार सिंह पारिवारिक बागडोर को बखूबी संभालते हुए पिता के निधन के पश्चात महंथी के आध्यात्मिक दायित्व का निर्वहन कुशलता से कर रहे हैं।

कपिल देव बाबू की दो पुत्रियां शिक्षण कार्य से जुड़ कर अपने-अपने क्षेत्र में अमित छाप छोड़ रही है। इस अवसर पर माननीय विधायक विजेन्द्र चौधरी, भूतपूर्व विधायक किशोर कुमार, जिला पार्षद मनिष कुमार, सिंडिकेट के सदस्य धन्नजय कुमार, डाॅ. कमलदेव नारायण सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।

अध्यक्षता डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन उनके छोटे पुत्र एलडीएम ई. पवन कुमार सिंह ने किया।

मौके पर प्रो. गौड़ी शंकर सिंह, चन्द्र मोहन राय, मौजे लाल राय, जवाहर राय, सत्य नारायण राय, , कामेश्वर नारायण सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, प्रो. हरिश्चन्द्र कुमार सिंह, अवधेश कुमार सिंह, रमेश कुमार, प्राणेश कुमार, पुष्पेश कुमार, पियुष कुमार आदि थे।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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