समाजसेवी रामाशीष यादव नहीं रहे, चहुंओर फैली शोक की लहर, अंतिम दर्शन हेतु उमड़ पड़े हज़ारों लोग

 समाजसेवी रामाशीष यादव नहीं रहे, चहुंओर फैली शोक की लहर, अंतिम दर्शन हेतु उमड़ पड़े हज़ारों लोग


जनक्रांति कार्यालय से ब्यूरो चीफ चन्द्रकिशोर पासवान की रिपोर्ट



स्मृति शेष रामाशीष यादव सच्चे अर्थों में वामपंथी चिंतक व प्रगतिशील विचारक थे - किरण देव यादव

खगड़िया, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 27 जून, 2022)। खगड़िया जिलान्तर्गत अलौली प्रखंड के वामपंथी चिंतक एवं प्रगतिशील विचारक तथा सामाजिक संगठन फरकिया मिशन के मार्गदर्शक अलौली प्रखंड के सतघट्टा गांव निवासी 81 वर्षीय समाजसेवी रामाशीष यादव का निधन होने पर शोक का लहर फैल गई। वे कई दिनो से बीमार चल रहे थे, इलाजरत थे। अपने पीछे 4 पुत्र को छोड़ गए।


इधर, बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष सह फरकिया मिशन के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव, अलौली सरपंच रंजू कुमारी, रोजगार सेवक विश्वनाथ कुमार, पूर्व सैनिक रुपेंद्र कुमार, वन विभाग के ए एस आई रौशन कुमार, योगेश्वर यादव, कपिलेश्वर यादव, उमेश यादव, ज्ञान सागर, विद्या सागर, कृष्ण चंद्र, हथवन पंचायत समिति सदस्य महेश कुमार, बालेश्वर यादव, हथवन पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विक्रम कुमार, सरपंच सुनील कुमार, वार्ड सदस्य हलचल यादव आदि ने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना व सहानुभूति व्यक्त किया तथा स्मृति शेष रामाशीष यादव के प्रति शोक श्रद्धांजलि व्यक्त किया।


फरकिया मिशन के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि स्मृति शेष रामाशीष यादव सच्चे अर्थों में वामपंथी चिंतक एवं प्रगतिशील विचारक थे। वे सिद्धांतवादी आदर्शवादी जनवादी सोच के धनी थे। उन्होंने जीवन पर्यंत समाज सेवा में जिंदगी व्यतीत किए। समाज में उनके निधन से काफी क्षति पहुंची है, निकट भविष्य में इसकी भरपाई संभव नहीं हो पाएगी। उन्होंने फरकिया मिशन के आंदोलन एवं सामाजिक सरोकार में मार्गदर्शक के रुप में महतीं भूमिका निभाये।


लोकप्रिय समाजसेवी दिवंगत रामाशीष यादव को अंतिम दर्शन हेतु हजारों लोग उमर पड़े। फरकिया मिशन के झंडे को पार्थिव शरीर पर डाल कर सम्मानित करने के पश्चात शव यात्रा सतघट्टा हथवन बनहेर होते हुए कोसी नदी के ओरा घाट पर दाह संस्कार किया गया। मुखाग्नि ज्ञान सागर यादव ने दिया।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा ब्यूरो चीफ चन्द्रकिशोर पासवान की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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