आपदा प्रबंधन विभाग की बाढ 2022 पूर्व तैयारियों एवं सुखाड़ से पूर्व की तैयारी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई आयोजित

 आपदा प्रबंधन विभाग की बाढ 2022 पूर्व तैयारियों एवं सुखाड़ से पूर्व की तैयारी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई आयोजित


जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुचारा की व्यवस्था में पर्याप्त हो, स्थल चिन्हित करने, आपूर्ति आदि हेतु आवश्यक व्यवस्था करने का आदेश / निर्देश जिला पशुपालन पदाधिकारी को दिया गया

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 22 जुलाई,2022)। समस्तीपुर जिला समाहरणालय सूचना एंव जनसंपर्क कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति सं०:01 दिनांक 21 जुलाई 2022 को अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन विभाग की बाढ 2022 पूर्व तैयारियों एवं सुखाड़ से पूर्व की तैयारी से संबंधित समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आहूत की गई।


उक्त बैठक में जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस, डीपीओ मनरेगा, जिला आपदा प्रबंधन प्रभारी पदाधिकारी, जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, एडीआईओ, एसडीआरएफ की टीम, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण, जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं बाढ़ से संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।


उक्त समीक्षात्मक बैठक में अपर समाहर्ता द्वारा निम्नांकित निर्देश दिए गए :
०१.बाढ राहत कार्य हेतु जो भी नाव कार्य में लिया जाएगा उसका निबंधन अनिवार्य है, निबंधित नावों की सूची जिला आपदा प्रबंधन एवं जिला परिवहन कार्यालय को प्रेषित करने का निर्देश सभी अंचल अधिकारी एवं राजस्व अधिकारी को दिया गया।
०२. बाढ की स्थिति के मद्देनजर शौचालय एवं चापाकल की जरूरत हैतू एक अप्रूवल बाढ से संबंधित अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी से लेकर एक टीम बनाकर कार्य करने का निर्देश पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को दिया गया।
०३. साथ ही आवासन स्थल के चयनित सूची संबंधित अंचल अधिकारी से संपर्क स्थापित कर कार्यों की तैयारी रखने का निर्देश भी कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया।


०४.आपदा प्रबंधन समिति की एक बैठक अपने अनुमंडल एवं अंचल स्तर से कर उसकी एक कार्यवाही जिला कार्यालय को प्रेषित करने का निर्देश सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी अंचलाधिकारी को दिया गया।
०५.सभी प्रखंडों में अधिष्ठापित्त एवं कार्यरत वर्षा मापक यंत्र की सूची अपने हस्ताक्षर एवं मुहर के साथ जिला आपदा कार्यालय को प्रेषित करने का निर्देश जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को दिया गया।
०६.Quick Response Team/ QRT कि सूची एवं मेडिकल कम्युनिकेशन प्लान से संबंधित सूची जिला आपदा कार्यालय को प्रेषित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया।
०७.सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने प्रभावित एवं संभावित क्षेत्रों में खुद से निरीक्षण/भ्रमण कर लेंगे एवं उस क्षेत्र के ग्रामीणों से भी स्थिति का जायजा लेंगे।


०८.सभी तटबंधों पर जिस भी AE/JE की ड्यूटी लगाई गई है, उसकी सूची मोबाइल नंबर सहित, जिला आपदा कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल को दिया गया।
०९.सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत जितने भी राहत केंद्र, समुदायिक कीचेन चिन्हित किए हैं, उसे जियो टैग करवाना सुनिश्चित करेंगे एवं राशन का उठाव स्थल से लेकर सामुदायिक रसोई, वितरण स्थल तक का रूट चार्ट बनाकर जिला आपदा कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही राहत केंद्र, सुपरवाइजर की ड्यूटी, वर्कर, किचन स्टाफ, मल्टी लेयर स्टाफ की सूची अभी से तैयार करना सुनिश्चित करेंगे।

१०.सभी अंचल अधिकारियों को मानव दवा आवश्यकतानुसार उपलब्ध करवाने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। यथा- सर्पदंश की दवा, रेबीज टीका (कुत्ता काटने की दवा), पेरासिटामोल, ओ०आर०एस ब्लीचिंग पाउडर, हेलोजन टेबलेट इत्यादि।


११.बाढ़ के समय बाढ़ कार्यों में जिस भी कर्मियों की ड्यूटी लगाई जानी है, सभी को कोरोना का बूस्टर डोज का टीका एमओआईसी की सहायता से लगवाने का निर्देश सभी संबंधित अंचलाधिकारी को दिया गया ।
१२.बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुचारा की व्यवस्था में पर्याप्त हो, स्थल चिन्हित करने, आपूर्ति आदि हेतु आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश जिला पशुपालन पदाधिकारी को दिया गया।
१३.जिला आपदा प्रबंधन प्रभारी पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि जो भी मोटरबोट मरम्मती योग्य है, उसे अविलंब संबंधित एजेंसी से संपर्क स्थापित कर मरम्मती करवाना सुनिश्चित करेंगे।
१४.गृह रक्षा वाहिनी के गोताखोरों का प्रशिक्षण करा कर तैयार अवस्था में रखने एवं उसकी सूची, नाम, पता,मोबाइल नंबर सहित सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी अंचलाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश होमगार्ड के कमांडेंट को दिया गया।


इसके साथ ही उक्त बैठक में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बैठक की प्रस्तुतीकरण की गई जिस के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं :
०१. पीपीटी के माध्यम से जिले में बाढ़ की स्थिति की मानचित्र प्रस्तुत किया गया।
०२. वर्षा मापक यंत्र की स्थिति
०३. संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकट ग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान।
०४. तटबंध की सुरक्षा
०५. नदी एवं तटबंध का संयुक्त निरीक्षण
०६. तटबंध की मरम्मती एवं कटाव की स्थिति।
०७. सूचना व्यवस्था
०८. नाव की व्यवस्था


०९. चना, सत्तू, चूरा, गुड़, नमक खाद्य पदार्थ आदि की व्यवस्था।
१०. पॉलीथिन शीट
११. राहत केंद्र एवं सामुदायिक रसोई स्थल की पहचान
१२. गत वर्ष सामुदायिक रसोई संचालन में हुए व्यय के विरुद्ध लंबित भुगतान की स्थिति।
१३. मानव दवा की व्यवस्था
१४. मोबाइल मेडिकल कैंप
१५. पशुचारा एवं दवा की व्यवस्था।
१६. शुद्ध पेयजल की व्यवस्था
१७. जनरेटर/पेट्रोमैक्स/महाजाल की व्यवस्था।
१८. सड़कों की मरम्मती
१९. लाइफ जैकेट/मोटर बोट की उपल्बधता।
२०. समुदाय का प्रशिक्षण
२१. बाढ़ राहत एवं बचाव दल का गठन।
२२. तैयारियों का अभ्यास
२३. बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची का अद्यतनीकरण।
२४. संभावित सुखाड़ की पूर्व तैयारी।
इत्यादि मुख्य है। उपरोक्त जानकारी ईमेल माध्यम से District  Public Relations Officer, Soochna Bhawan Collectorate Campus , Samastipur, Bihar द्वारा प्रेस कार्यालय को दिया गया।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय मेल रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित ।

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित