सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा जारी समीक्षा अधिकारियों की अनंतिम ज्येष्ठता सूची पर सीधी भर्ती के समीक्षा अधिकारियों का व्यापक विरोध ..
सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा जारी समीक्षा अधिकारियों की अनंतिम ज्येष्ठता सूची पर सीधी भर्ती के समीक्षा अधिकारियों का व्यापक विरोध ..
जनक्रांति कार्यालय से संवाद सूत्र संदीप श्रीवास्तव की रिपोर्ट
समीक्षा अधिकारी न्यायालय की शरण में जाने की दे रहे चेतावनी
नियमानुसार चयन वर्ष का आशय 1 जुलाई से 30 जून तक लिया जाता है एवं इन तिथियों के बीच पदोन्नत या सीधी भर्ती के कार्मिकों को उक्त चयन वर्ष आवंटित कर दिया जाता है जोकि आगे चलकर कार्मिकों की परस्पर जेष्ठता को निर्धारित करता है।
( फाइल फोटो) फ़ोटो विधान सभा की
लखनऊ,उत्तरप्रदेश ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 31 जुलाई, 2022)। उत्तर प्रदेश सचिवालय लखनऊ मैं निकट भविष्य में अनुभाग अधिकारी के पद पर होने वाली पदोन्नति पर लोक सेवा आयोग से चयनित सीधी भर्ती के 2013 व 2014 बैच के समीक्षा अधिकारियों ने विरोध पूर्वक आपत्ति जताई है ।
ज्ञातव्य हो कि सचिवालय में लगभग 5 वर्षों से समीक्षा अधिकारी से अनुभाग अधिकारी पद पर पदोन्नति बाधित है तथा निकट भविष्य में पदोन्नति की प्रक्रिया अनंतिम वरिष्ठता सूची आने के बाद पुनः प्रारंभ हुई है। हाल में 15 जुलाई को जारी हुई अनंतिम ज्येष्ठता सूची पर ही पूरा विवाद है जिसमें सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा 144 विभागीय समीक्षा अधिकारियों को 2014 बैच के ऊपर रखा गया है जोकि नियमतः गलत बताया गया है क्योंकि 144 विभागीय सहायक समीक्षा अधिकारी से समीक्षा अधिकारी पद पर 13 जुलाई 2016 को प्रोन्नत हुए।
नियमानुसार इनका चयन वर्ष 2016-17 होना चाहिए था परंतु इन 144 पदोन्नत समीक्षा अधिकारियों को पूर्व तिथि से पदोन्नत कर चयन वर्ष 2015-16 आवंटित कर दिया गया।
सीधी भर्ती के समीक्षा अधिकारियों द्वारा इसे नियम विरुद्ध बताया जा रहा है , उनके द्वारा यह कहा जा रहा है कि बिना कार्मिक विभाग का परामर्श लिए ही एक विशेष वर्ग को लाभ पहुँचाने के लिए ही अनंतिम ज्येष्ठता सूची में हेरा फेरी की गयी है । यदि सचिवालय प्रशासन विभाग द्वारा उक्त अन्यायपूर्ण कार्यवाही को रोका नहीं गया तो सचिवालय के सीधी भर्ती के ये समीक्षा अधिकारी न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी दे रहे हैं ।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा संवाद सूत्र संदीप श्रीवास्तव की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।
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