देश की तरक्की व समृद्धि शांति में ही निहित है और इसके लिए लोंगो को अनवरत प्रयास करते रहनी चाहिए : अजीत सिन्हा
देश की तरक्की व समृद्धि शांति में ही निहित है और इसके लिए लोंगो को अनवरत प्रयास करते रहनी चाहिए : अजीत सिन्हा
जनक्रांति कार्यालय से संवाद सूत्र की रिपोर्ट
शांति में ही सब कुछ निहित है - अजीत सिन्हा
बोकारो,झारखण्ड ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 26 जुलाई,2022)। राष्ट्रीय अमन महासंघ के सर महासंघ दिग्दर्शक अजीत सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि शांति स्थापित करना उस पुण्य कर्म के समान जिससे मानवीय जीवन फलीभूत के साथ सफ़लीभूत होती है और इसके लिए प्रत्येक मानव को एक व्रत की साधना लेकर कर्म करनी चाहिए जिससे कि लोंगो की जीवन सहचर व सरल हो। बिना शांति के राष्ट्र कभी भी ऊंचाइयों पर नहीं पहुंच सकती है और देश की तरक्की व समृद्धि शांति में ही निहित है और इसके लिए लोंगो को अनवरत प्रयास करते रहनी चाहिए।
विदित हो कि राष्ट्रीय अमन महासंघ की स्थापना इसी शांति उद्देश्य की प्रतिपूर्ति हेतु हो रही है और इस संगठन की प्रथम लक्ष्य यदि राष्ट्र में शांति स्थापित करना है तो इसका अंतिम लक्ष्य विश्व शांति ही है और इसके लिए संस्था हर हाथ को काम के साथ बुजुर्गों के आराम हेतु भी प्रबंध करेगी और साथ में भूखे को भोजन तथा प्यासे के पानी के लिए भी प्रबंधन करेगी। कहने का तात्पर्य यह है कि सभी तरह के सामाजिक कार्यो में अपनी अग्रणी भूमिका को निभाएगी और इसके लिए आगामी दो महीनों के टाइम फ्रेम में संस्था अपनी निबंधन की ओर अग्रसर होगी और इसका निबंध महाराष्ट्र से होगा और इसकी रजिस्टर्ड कार्यकाल मुंबई में होगी। विगत दो - तीन सालों से राष्ट्रीय अमन महासंघ सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्र जागृति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
लेकिन अब धरातल पर लोगों के कल्याणार्थ काम करना चाहती है इसलिये अपने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में जा रही है इसलिए आगामी सितंबर माह में एक राष्ट्रव्यापी राष्ट्र भक्तों की एक सभा मुंबई में बुला रही है ताकि निबंधन कमेटी का गठन कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूर्ण करे और इस हेतु जिन राष्ट्र भक्तों को सामाजिक कार्य कर राष्ट्र शांति में अपनी भूमिका निभानी हो वे #6202089385 पर अजीत सिन्हा जी से संपर्क कर सकते हैं।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा संवाद सूत्र की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।
Comments