जीएसटी कानून के दायरे में लाये गये नये प्रारूप के विरोध में बखरी के व्यवसायियों ने दूकान बंद कर किया बाजार मार्ग के सड़कों पर पैदल मार्च
जीएसटी कानून के दायरे में लाये गये नये प्रारूप के विरोध में बखरी के व्यवसायियों ने दूकान बंद कर किया बाजार मार्ग के सड़कों पर पैदल मार्च
जनक्रांति कार्यालय से बखरी संवाददाता नेहा कुमारी की रिपोर्ट
भारत बंद के भद्देनजर व्यवसायी बांह पर काली पट्टी बांधकर नारेबाजी करते हुए दुकानों को बंद कराते हुऐ किया सड़क मार्ग पर पैदल मार्च
बखरी/बेगूसराय,बेगूसराय ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 18 जुलाई, 2022) । जीएसटी कानून के दायरे में लाये गये नये प्रारूप के विरोध में व्यवसायिक संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद का बखरी में व्यापक असर रहा ।
सुबह से ही बङी संख्या में जुटे व्यवसायी बांह पर काली पट्टी बांधकर नारेबाजी करते हुए दुकानों को बंद कराते देखे गये।
स्थानीय अम्बेडकर चौक पर व्यवसायियों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जीएसटी का नया प्रारूप व्यापारियों के साथ ही गरीबों की कमर तोड़ कर रख देगा। अभी तक जीरो टैक्सेशन के दायरे में गरीबों के उपयोग में आने वाला गेहूं, आटा,गुड़ वगैरह पर अब पांच प्रतिशत टैक्स लाये जाने की योजना है।
वहीं अन्य उत्पादों पर भी टैक्सों में भारी बढोतरी का प्रस्ताव है। जिससे महंगाई और बढेगी। जीएसटी की जटिलताओं को सरलीकरण करने की भी मांग की। वहीं काले कानून के प्रारूप को वापस होने तक आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
बिहार राज्य खाद्यान्न व्यवसायी संघ के आह्वान पर बुलाये गये बंद का नेतृत्व व्यापार संघ के अध्यक्ष केदार केशरी, सपा जिलाध्यक्ष दिलीप केशरी, नगर पार्षद सिधेश आर्य, व्यापार संघ के सचिव मनोज चौधरी, सह सचिव अभिमन्यु केसरी, मनोज महतो, प्रवीण साह,सीमेंट व छड व्यवसायी संघ के राजेश अग्रवाल, राजा बाबू केसरी,पारस साह,प्रेम कुमार पप्पू, श्रवण साह,सोहन टिवङेवाल, रंजीत टिवङेवाल,कैलाश चन्द्र शर्मा, रामदयाल केसरी आदि ने किया।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा बखरी संवाददाता नेहा कुमारी की रिपोर्ट चन्द्रकिशोर पासवान ब्यूरो चीफ द्वारा संप्रेषित प्रकाशित व प्रसारित।
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