मध्य विद्यालय बेला सिमरी के बच्चे विद्यालय में ताला जड़ सड़क पर उतर किया स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

 मध्य विद्यालय बेला सिमरी के बच्चे विद्यालय में ताला जड़ सड़क पर उतर किया स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन


जनक्रांति कार्यालय से नेहा कुमारी की रिपोर्ट


दीपक भारती और शिक्षक ललन कुमार तो कभी कक्षा में प्रवेश तक नही करते। विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा है, शौचालय की व्यवस्था नही है, विद्यालय के किसी भी कक्ष में बिजली पंखा नही लगा है :आंदोलनकारी छात्र

विरोध प्रदर्शन के दरम्यान बच्चो ने पत्रकारों से कहा प्रधानाध्यापक दीपक भारती ने कबाड़ी का 5000 रु० किया गपतगोल

खगड़िया,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 29 अगस्त, 2022 )। खगड़िया प्रखण्ड अन्तर्गत मध्य विद्यालय बेला सिमरी के सैकड़ों बच्चों ने अपनी विभिन्न माँगों, जैसे बिजली की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, साफ-सफाई व नियमित शिक्षण व्यवस्था को लेकर आज  29 अगस्त,2022 सोमवार को अपने विद्यालय में ताला जड़कर बखड़ी-खगड़िया मुख्यमार्ग को अवरुद्ध कर जमकर नारेबाजी करने किया।


जब छात्रों के विरोध प्रदर्शन की खबर सुन पत्रकार लोग जब साढ़े दस बजे धरनास्थल पर पहुँचे तो मध्य विद्यालय बेला सिमरी के सैकड़ों बच्चे अपनी माँगों को लेकर सड़क पर नारेबाजी कर रहे थे ।उनकी मुख्य माँगों में बिजली की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, साफ-सफाई, नियमित शिक्षण व्यवस्था व शिक्षकों का विद्यालय में ससमय आगमन आदि शामिल था।

जिस समय मध्य विद्यालय बेला सिमरी के सभी छात्र व छात्राएँ बखड़ी-खगड़िया मुख्य मार्ग पर स्थित बेला सिमरी बाजार में नारेबाजी और हंगामा कर रहे थे उस समय, विद्यालय के एक भी शिक्षक वहाँ उपस्थित नही थे।
बच्चे से पूछने पर जानकारी मिली कि कोई शिक्षक विद्यालय में पढाते नही हैं, खासकर विद्यालय के प्रधान दीपक भारती और शिक्षक ललन कुमार तो कभी कक्षा में प्रवेश तक नहीं करते।

विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा है, शौचालय की व्यवस्था नही है, विद्यालय के किसी भी कक्ष में बिजली पंखा नही लगा है। इसके अलाबा बच्चों ने बताया की प्रधानाध्यापक दीपक भारती और शिक्षक ललन कुमार कभी भी ससमय विद्यालय नही पहुँचते, इन्ही तमाम मुद्दों को लेकर हम सभी छात्र-छात्राएँ पहले प्रधानाध्यापक दीपक भारती से समस्या समाधान हेतु अनुरोध किया, लेकिन इसपर हमें सिर्फ डांट और फटकार मिली, तब मजबूर होकर हमलोग विद्यालय में तालाबंदी कर सड़क पर उतरे हैं।


इधर, तबतक बेला सिमरी के ग्राम प्रधान अनिल कुमार उर्फ सुगन महतों भी धरनास्थल पर पहुँच गए। उन्होंने कहा कि, बच्चे शनिवार को हीं विद्यालय में तालाबंदी कर रहे थे। तब मैंने बच्चों को समझा-बुझा कर शांत कराया। यह बात सत्य है कि विद्यालय में साफ-सफाई का अभाव व पढ़ाई में कुव्यवस्था व्याप्त था ।

मैंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक दीपक भारती से बच्चे कि समस्या समाधान की बात की तो उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि विद्यालय में कोई फंड नही है। इसपर बच्चों ने मीडिया के सामने तुरन्त बोल पड़े कि प्रधानाध्यापक दीपक भारती 5000 रुपये मूल्य का विद्यालय का लोहा कबाड़ी को बेचे थे और कहा था कि इस रुपये से पंखा लगाएंगे लेकिन वह रुपया भी प्रधानाध्यापक दीपक भारती गपतगोल कर गए।


बच्चे ने पत्रकार को यह भी बताया कि शिक्षक ललन कुमार और प्रधानाध्यापक दीपक भारती की मिलीभगत से विद्यालय में कुव्यवस्था चरम पर है। एक तो शिक्षक ललन कुमार विद्यालय काफी देर से पहुँचते हैं और दिनभर कुर्सी के बदले टेबुल पर बैठकर समय बिता देते हैं एक भी क्लास नहीं लेते हैं।


एक पत्रकार होने के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि हमलोग आम जनता, जनमानस और समाजसुधार के मुद्दों को हितधारकों तक निर्वाध और निष्पक्ष रूप से पहुंचाऊ साथ ही हितधारकों का भी यह कर्तव्य होना चाहिए कि मुद्दे की सत्यता की जांच करें और गलत का विरोध करें। वहीं आने वाले दिनों में मध्य विद्यालय बेला सिमरी में गर्मी के कारण अथवा गंदगी से किसी बच्चे को कुछ हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।

अतः बेला सिमरी के ग्राम प्रधान से और ग्रामवासियों अपील करता हूँ कि अगर उन्हें इस खबर की सच्चाई पर थोड़ा भी संदेह है तो वे विद्यालय जाकर या अपने बच्चों से पूछकर प्रधानाध्यापक से कबाड़ी के 5000 रुपये का पता लगाएं और शिक्षक ललन कुमार के विद्यालय देर से पहुँचने और बैठे रहने की सत्यता की जाँच करें।

https://youtu.be/No3mvcX6KlQ


बहरहाल खबर लिखे जाने तक छात्र-छात्राओं का स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी के साथ विरोध जारी है लेकिन शिक्षा विभाग के किसी भी वरीय अधिकारी का धरनास्थल पर आगमन नहीं हो सका।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा नेहा कुमारी की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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