निरंकारी मुक्ति पर्व समागम में मानवता के लिए समर्पित संतो की कुर्बानियों को किया गया याद

 निरंकारी मुक्ति पर्व समागम में मानवता के लिए समर्पित संतो की कुर्बानियों को किया गया याद


जनक्रांति कार्यालय से ब्यूरो चीफ अर्णव आर्या की रिपोर्ट


गुरु पर तो सबको नाज होता है, परंतु सच्चा गुरसिख वहीं है, जिस पर गुरु को नाज हो : संत प्रचारक यमुना प्रसाद

   सत्संग कार्यक्रम में उपस्थित हुऐ सैकड़ों संत-महात्मा

निरंकारी मुक्ति पर्व समागम को संबोधित करते हुए स्थानीय संत प्रचारक यमुना प्रसाद
    
समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 15 अगस्त 2022 )। "मुक्ति का एकमात्र साधन ईश्वर की अनुभूति, इनकी प्राप्ति है। एक नूर है सब के अंदर नर है चाहे नारी है, ब्राह्मण, खत्री, वैश्य, हरिजन, एक कि खलकत सारी है। ये विचारधारा मानव मन की समस्त व्याधियों से मुक्ति का आधार ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति पर ही बनता है।

यह ब्रह्म ज्ञान हर युग में समय के सद्गुरु के द्वारा मानवता को प्रदान की जाती रही है, ताकि इंसान सांसारिक आशक्तियों जैसे काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, घृणा, वैमनस्यता, ईष्या, द्वेष, नफरत रुपी अंधकार से मुक्त होकर दया, करुणा, सहनशीलता, विशालता, एकत्व एंव विश्व बंधुत्व जैसे भावों से युक्त परमार्थ रूपी प्रकाश की ओर चल सके ।

यह एक गुरसिख के रुप में समय के सद्गुरु के प्रति अपनी निष्ठा, विश्वास, लग्न को समर्पण की भावना के हर परिस्थिति में कर्म रुप देकर अपनी गुरसिखी निभाऐं ।

कहते हैं कि गुरु पर तो सबको नाज होता है, परंतु सच्चा गुरसिख वहीं है, जिस पर गुरु को नाज हो ।

क्योंकि जीवन की राह पर चलते-चलते भले ही हममें कभी समय के सद्गुरु की ऊंगली छूट सकती है ।


" परंतु यदि ऐ हमारा हाथ पकड़े रहेंगे तो निश्चित ही संसार रुपी भवसागर से हमारा बेड़ापार हो पाएगा और हमारी मुक्ति संभव हो पाएगी और हम प्रभु परमात्मा को समर्पित हो पाएंगे।"


उक्त विचार बलिदानी संत माता बुद्धबंती , भगत कोटूमल, संतोष सिंह, बाबू महादेव सिंह, धर्म सिंह शौक, जसवंत जी संत जैसे महात्माओं की मानवता के प्रति कुर्बानियों को याद करते हुऐ स्थानीय संत प्रचारक यमुना प्रसाद जी ने अपने प्रवचन के माध्यम से स्थानीय संत निरंकारी सत्संग भवन जूट मिल रोड समस्तीपुर में हुऐ निरंकारी मुक्ति पर्व समागम में कहा ।


 इस अवसर पर संचालन कर्ता राजेश पासवान, कैलाश जी, विनोद कुमार महाराज, रामकरण शर्मा, मिथलेश पासवान, जगदीश जी, सुरेन्द्र जी, मोती जी, रामप्रकाश जी, सुशील भगत, मंजू बहन, सोनी बहन, गंगा बहन सहित सैकड़ों की संख्या में संत-महात्मा सत्संग कार्यक्रम में उपस्थित थे ।

इस मौके पर संत समागम की ओर से संत -महात्माओं के लिए विशाल लंगर का भी आयोजन किया गया ।

उपरोक्त जानकारी विनोद कुमार महाराज द्वारा प्रेसकर्मियों को दिया गया।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा ब्यूरो चीफ अर्णव आर्या की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित

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