एग्री क्लिनिक तथा एग्री बिजनेस सेंटर एवं अन्य योजनाओं पर बैंक कर्मियों तथा कृषि स्नातक हेतु एक दिवसीय किया गया कार्यशाला का आयोजन

 एग्री क्लिनिक तथा एग्री बिजनेस सेंटर एवं अन्य योजनाओं पर बैंक कर्मियों तथा कृषि स्नातक हेतु एक दिवसीय किया गया कार्यशाला का आयोजन


जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट


एसी एंड एबीसी योजना, कृषि आधारभूत संरचना निधि (एआईएफ) तथा नई कृषि विपणन आधारभूत संरचना योजना (न्यू एएमआई) के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया: जिला प्रबंधक जयंत विष्णु


इन योजनाओं का लाभ किसान, एपीओ तथा अन्य उद्यमियों को समुचित ऋण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया तथा बताया कि इससे कृषि क्षेत्र में निवेश ऋण को बढ़ावा मिलेगा, कृषि आधारभूत संरचना सुदृढ़ होगी एवं जिले का जमा-साख अनुपात बढ़ेगा : जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह

समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 15 सितंबर,2022)। समाहरणालय सभागार में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के तत्वावधान में एग्री क्लिनिक तथा एग्री बिजनेस सेंटर एवं अन्य योजनाओं पर बैंक कर्मियों तथा कृषि स्नातक हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने किया।

इस कार्यक्रम में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक जयंत विष्णु ने एसी एंड एबीसी योजना, कृषि आधारभूत संरचना निधि (एआईएफ) तथा नई कृषि विपणन आधारभूत संरचना योजना (न्यू एएमआई) के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि एसी एंड एबीसी स्कीम के तहत यदि बैंक कृषि स्नातकों को ऋण उपलब्ध कराती है तो नाबार्ड के माध्यम से भारत सरकार द्वारा 36 से 44% की अनुदान उपलब्ध है।

एआईएफ स्कीम के तहत यदि कोई किसान या एफपीओ यदि आधारभूत संरचना तथा प्राथमिक प्रसंस्करण हेतु यदि बैंक से ऋण लेता है तो भारत सरकार द्वारा इसमें 3% की छूट ब्याज में दी जाती है।

उन्होंने न्यू एएमआई स्कीम के तहत बताया कि यदि किसान या एफपीओ कृषि आधारभूत संरचना के निर्माण हेतु यदि बैंक से ऋण लेता है तो नाबार्ड के माध्यम से 25 से 33% तक की सब्सिडी उपलब्ध है तथा किसान एआईएफ एवं न्यू एएमआई स्कीम का लाभ एक साथ भी उठा सकता है।

जिलाधिकारी महोदय ने बैंक अधिकारियों को इन योजनाओं का लाभ किसान, एपीओ तथा अन्य उद्यमियों को समुचित ऋण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया तथा बताया कि इससे कृषि क्षेत्र में निवेश ऋण को बढ़ावा मिलेगा, कृषि आधारभूत संरचना सुदृढ़ होगी एवं जिले का जमा-साख अनुपात बढ़ेगा। उन्होंने नाबार्ड के इस पहल की सराहना की तथा जिला प्रशासन से हर संभव मदद मुहैया कराने का भी आश्वासन दिया।

एसडीसी बैंकिंग प्रियंका कौशिक ने बैंक कर्मियों को योजनाओं का समुचित प्रचार-प्रसार करने हेतु आग्रह किया। एलडीएम पी.के. सिंह ने बैंकों के तरफ से यह बताया कि बैंक न्यू एएमआई तथा एआईएफ स्कीम के तहत जिले में ऋण उपलब्ध करा रहे हैं तथा एसी एंड एबीसी योजना को भी बैंक कर्मियों द्वारा गति दी जाएगी। डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के सह-प्राध्यापक डॉ. एस. ए. समीर ने एसी एंड एबीसी योजना पर विशेष प्रकाश डाला तथा बताया कि जल्द ही विश्वविद्यालय में एसी एंड एबीसी के तहत 45 दिन की निशुल्क प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी।

दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्र प्रबंधक दिनेश प्रसाद ने कहा कि हमारी बैंक जिले के विकास में योगदान दे रही है। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि नाबार्ड की इस योजना के तहत अगर प्रपोजल आती है तो ग्रामीण बैंक द्वारा हर संभव कृषि स्नातकों को मदद किया जायेगा। नाबार्ड एवं अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन द्वारा दी गयी मिथिला पेंटिंग प्रशिक्षण के प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए पेंटिंग को जिलाधिकारी महोदय, सभी अतिथियों एवं सभी बैंकरों को सप्रेम भेंट की गयी। मौके पर सभी बैंकों के समन्वयक एवं विश्वविद्यालय से संबद्ध कृषि स्नातक उद्यमी मौजूद रहें।


जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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