वाढ़ अनुश्रवण से संबंधित समीक्षात्मक बैठक विधि मंत्री, बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री बेगूसराय की अध्यक्षता में समाहरणालय में की गई आहूत

 वाद अनुश्रवण से संबंधित समीक्षात्मक बैठक विधि मंत्री, बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री बेगूसराय की अध्यक्षता में समाहरणालय में की गई आहूत


जनक्रांति कार्यालय से ब्यूरो चीफ चन्द्रकिशोर पासवान की रिपोर्ट


सरकार का मानना है कि राज्य के खजाने पर आपदा प्रभावित व्यक्तियों का पहला हक है, इसलिए जिले के वैसी आबादी, जो बाद अथवा सुखाड़ से प्रभावित हैं, उन्हें हरसंभव राहत मुहैया कराई जाएगी : विधि मंत्री बिहार सरकार

हाथीदह के समीप गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 60-70 सेंटीमीटर अधिक है लेकिन ऐसी संभावना है कि एक से दो दिनों में जलस्तर में कमी आ जाएगी: जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा

बेगूसराय,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय  01 सितंबर, 2022 ) । जिला सूचना एंव जनसंपर्क कार्यालय समाहरणालय बेगूसराय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति द्वारा दी गई जानकारी अनुसार बताया जाता है कि आज वृहस्पतिवार 01 सितंबर,22 को डॉ० शमीम अहमद  माननीय विधि मंत्री, बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री बेगूसराय जिला की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कारगिल विजय सभा भवन में वाद अनुश्रवण से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई।


इस अवसर पर जिला पदाधिकारी रौशन कुशवाहा, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार, माननीय सदस्य विधान परिषद  सर्वेश कुमार, माननीय विधायक, बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र  कुंदन कुमार, माननीय विधायक, तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र  रामरतन सिंह, माननीय विधायक, चेरियाबरियारपुर विधानसभा क्षेत्र राजवंशी मेहता माननीय विधायक, मटिहानी विधानसभा क्षेत्र  राज कुमार सिंह विधायक, बखरी विधानसभा क्षेत्र सूर्यकांत पासवान विधायक, साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन विधायक, बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र सुरेंद्र मेहता, सांसद प्रतिनिधि  अमरेंद्र कुमार अमर सहित अन्य सभी जिलास्तरीय अनुमंडलस्तरीय एवं अंचलस्तरीय पदाधिकारी आदि मौजूद थे।


इस अवसर पर माननीय विधि मंत्री, बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री, बेगूसराय जिला ने कहा कि जिला प्रशासन गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि से उत्पन्न परिस्थितियों मद्देनजर पूरी तरह से सतर्क होने के साथ-साथ बाढ़ एवं सुखाड़ से प्रभावित व्यक्तियों को सभी आवश्यक राहत एवं सरकार द्वारा निर्धारित अनुदान पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि राज्य के खजाने पर आपदा प्रभावित व्यक्तियों का पहला हक है, इसलिए जिले के वैसी आबादी, जो बाद अथवा सुखाड़ से प्रभावित हैं, उन्हें हरसंभव राहत मुहैया कराई जाएगी। समीक्षा के क्रम में उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को बाढ़ अथवा सुखाड़ से प्रभावित व्यक्तियों को सरकार द्वारा निर्धारित राहत सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ आमजनों के हितार्थ पूरी तरह पारदर्शिता के साथ कार्य करते हुए बाढ/सुखाड़ से प्रभावित व्यक्तियों के संबंध में त्रुटिरहित रिपोर्ट करने का निर्देश दिया।

इस दौरान माननीय मंत्री ने वर्तमान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार तथा पर्याप्त संख्या में नावों का परिचालन कराने, सामुदायिक किचन का संचालन करने, मैडिकल कैंप का संचालन करने, मवेशियों के लिए चारा एवं दवाइयां आदि की समुचित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। माननीय मंत्री ने तेघा एवं मटिहानी अंचलों में विस्थापित लोगों को बसाने के संबंध में लंबित कार्यों को तत्परता से पूर्ण करने के साथ ही नाविकों के लंबित मामलों के भुगतान के संबंध में भी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

अंत में उन्होंने कहा कि सरकार बेगूसराय जिले के समग्र विकास हेतु प्रतिबद्ध है तथा इसी क्रम में उन्होंने सभी माननीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासानिक पदाधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए बेगूसराय जिला को और भी ऊंचाई प्रदान करने की अपील की।
इससे पूर्व जिला पदाधिकारी ने जिले में संभावित बाढ़ /अतिवृष्टि/सुखाड़ के मद्देनजर की गई पूर्व तैयारियों के साथ-साथ हाल के दिनों में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि से उत्पन्न परिस्थितियों में प्रभावित व्यक्तियों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

इस क्रम में उन्होंने बताया कि वर्तमान में हाथीदह के समीप गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 60-70 सेंटीमीटर अधिक है लेकिन ऐसी संभावना है कि एक से दो दिनों में जलस्तर में कमी आ जाएगी। जिला पदाधिकारी ने जिले में वर्तमान में बाढ़ राहत से संबंधित कार्यों के विवरण देते हुए बताया कि जिले में कुल 281 (सरकारी- 31 एवं निजी-250) नाव उपलब्ध हैं जिसमें से वर्तमान में कुल 21 नावों का निःशुल्क परिचालन बलिया, तेघड़ा, साहेबपुरकमाल, शाम्हो अकहा कुरहा तथा मटिहानी में किया जा रहा है।

जिले में पॉलिथीन शीट्स, 195 टेन्ट, 02 महाजाल एवं 80 लाइफ जैकेट उपलब्ध हैं। अंचलवार राहत एवं बचाव दल का गठन कर लिया गया है जिसकी कुल संख्या 170 है। राहत शिविर के संबंध में उन्होंने बताया कि कुल 74 राहत कुल 24,032 शिविर एवं 175 सामुदायिक रसोई केंद्र चिन्हित कर आवश्यक तैयारियां की जा चुकी है ।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा ब्यूरो चीफ चन्द्रकिशोर पासवान की रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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