यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा किया गया वृहद ऋण वितरण शिविर का भव्य आयोजन

 यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा किया गया वृहद ऋण वितरण शिविर का भव्य आयोजन


ऋण वितरण शिविर के भव्य समारोह में कृषि ऋण के तहत खेतिहर किसानों को फसल ऋण के॰ सी॰ सी॰, जीविका एसएचजी एवं अन्य योजनाओं में किया गया ऋण वितरण

जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


शिविर में 7670 जीविका कि महिलाओं को 234 एमएसएमई के ग्राहकों को एवं रीटेल क्षेत्र के 142 लाभार्थियों के आर्थिक उत्थान हेतु माननीय मंत्री श्री चौधरी के द्वारा 101.50 करोङ का दिया गया ऋण स्वीकृति पत्र

समस्तीपुर,बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 23 नवंबर,2022)। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा वृहद ऋण वितरण शिविर के भव्य समारोह मे कृषि ऋण के तहत दुग्ध उत्पादन किसानों के बीच पशुपालन के॰सी॰सी॰, मत्स्य उत्पादक को मत्स्यपालन  के॰सी॰सी॰ एवं खेतिहर किसानों को फसल ऋण के॰सी॰सी॰, जीविका एसएचजी एवं अन्य योजनाओं में ऋण वितरण किया गया।

समारोह में मुख्य अतिथि माननीय वित्त, वाणिज्यिक कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, क्षेत्र प्रमुख समीर कुमार साईं की गरिमामई उपस्थिति रही। शिविर में 7670 जीविका कि महिलाओं को 234 एमएसएमई के ग्राहकों को एवं रीटेल क्षेत्र के 142 लाभार्थियों के आर्थिक उत्थान हेतु माननीय मंत्री श्री चौधरी के द्वारा 101.50 करोङ का ऋण स्वीकृति पत्र दिया गया।


उन्होंने अपने संबोधन में क्षेत्र प्रमुख यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ज़िले का अग्रणी बैंक है और इस जिले के विकास के लिए यह एक अनूठी पहल बैंक के द्वारा ली गयी है जिसमें इतने लोगों को ऋण दिया जा रहा है खासकर जीविका समूहों की महिलाओं भी बहुत है जो घर के काम के साथ साथ अपने परिवार के जीविकोपार्जन हेतु बैंक से ऋण लेकर अपना रोजगार  कर रही है। उन्होंने कहा कि बैंक से कर्ज लेकर उसको वापस करना भी हम सभी लोगों की जिम्मेदारी है। जिससे वित्तीय संस्कृति बनी रहे। मंत्री महोदय ने बैंक को आगे भी इस तरह के कार्यक्रम करने हेतु कहा।


इस मौके पर केन्द्रीय कार्यालय से कृषि कारोबार विभाग के महाप्रबंधक  बी॰ श्रीनिवास राव ने यह संदेश दिया कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश, उत्पादन, रोजगार और आय को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। जिसमें जेएलजी, एसएचजी, डेयरी विकास, मुर्गी पालन, सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, एफपीओ, स्वर्ण ऋण एवं क्षेत्र आधारित विकास योजनाओं के वित्तपोषण पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही ग्रामीण भंडारण गोदामों और कोल्ड स्टोरेज बनाने हेतु आकर्षक ब्याज़ दर पर ऋण उपलब्ध करना बैंक  कि प्राथमिकता में है। क्षेत्र महाप्रबंधक, रांची अंचल  ज्ञान रंजन सारंगी ने सभी ऋणियों को यह संदेश दिया कि बैंक सूक्ष्म एवं लघु व्यवसायों को आगे बढ़ाने हेतु मुद्रा ऋण, नारी शक्ति योजना में महिला उद्यमियों के लिए ऋण कि सुविधा आकर्षक ब्याज दरों पर उपलब्ध है।

चिकित्सा से जुड़े उद्यमियों एवं डॉक्टर के लिए बैंक यूनियन आयुष्मान नाम से विशेष योजना में ऋण दे रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि समस्तीपुर जिले के लोगों कि आर्थिक विकास हेतु इस तरह के ऋण मेला का आयोजित होना एक बहुत सराहनीय कदम है। इन आर्थिक सुधारों के इस दौड़ में बैंकिंग में बड़ी तेजी से बदलाव हो रहे हैं। जिसमें इंटरनेट बहुत हद तक शाखाओं में जाकर बैंकिंग लेन-देन करने की कठिनाइयों को आसान भी बना रहा है। किन्तु साइबर सुरक्षा और डिजिटल बैंकिंग एक सिक्के के दो पहलू हैं। साइबर सुरक्षा के बिना डिजिटल इंडिया-डिजिटल बैंकिंग की कल्पना असंभव है। इसलिए बैंक को साइबर सुरक्षा से संबंधित जागरूकता कैंप का आयोजन करना भी जरूरी है।

इस मौके पर क्षेत्र प्रमुख श्री साईं द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि इस ज़िले का अग्रणी बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जिले के विकास में अपना अहम भूमिका सक्रियता से निभा रहा है और आगे भी इसी तरह का ऋण शिविर आयोजित करेगा। यह जिला कृषि प्रधान जिले के रूप में जाना जाता है, यहां के लोगों का मुख्य आय स्रोत कृषि है जो की अर्थव्यवस्था को संतुलित बनाए रखता है। इस जिले में कृषि मशीनीकरण, केसीसी तथा सिंचाई योजना के क्रियाकलापों में वित्त पोषण की प्रचुर संभावनाएं हैं। साथ ही कृषि से संबन्धित अन्य गतिविधियों जैसे पशुपालन, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, बागवानी, फूलों की खेती, औषधीय पौधों की खेती, फूड प्रोसेसिंग आदि पर विशेष ध्यान देते हुए किसानो एवं ग्राहकों को ऋण देने का निर्देश दिया। उन्होंने उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों के लिए बैंक मुद्रा योजना में दस लाख तक लोन बिना किसी कोलैटरल के दे रहा है। सभी उद्यमी इसका लाभ ले और अपने अपने व्यवसाय को बढ़ायें।

प्रधामंत्री स्वरोजगार योजना में भी नए उद्योग लगाने के लिए भी जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से 50 लाख तक ऋण आवेदन कर सकते हैं। साथ ही साथ यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा चलाये जा रहे ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण के माध्यम से ज़िले के बेरोजगार युवा एवं युवतियों को कौशल मे निपुण कर स्वरोजगार से जोड़ने का आवाह्न किया। अग्रणी जिला प्रबंधक पी. के. सिंह ने कहा कि वित्तीय समावेशन योजना बैंकों के क्रियाकलापों का एक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें सामाजिक सुरक्षा योजनांतर्गत प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया योजना, नेशनल पेंशन स्कीम, प्रधानमंत्री जनधन योजनाओं का लाभ प्रत्येक अंतिम व्यक्ति तक पहुचाएँ। अग्रणी ज़िला प्रबंधक ने सभी बैंको को भी इस तरह कि ऋण मेला का आयोजन करने हेतु आग्रह किया। उप क्षेत्र प्रमुख अंजनी कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

मौके पर डीडीएम नाबार्ड जयंत विष्णु, ज़िला पशुपालन पदाधिकारी, डीपीएम जीविका विक्रांत शंकर सिंह, मुख्य प्रबन्धक मनोज कुमार, सुजीत कुमार, रामा अनुज, सुनील कुमार, अभिमीत कुमार, सुनील कुमार सिंह, रवि भूषण सिंह, ब्रजभूषण तिवारी, आरसेटी निदेसक अशोक कुमार, एलडीएम कार्यालय प्रबंधक विकास कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक मो. शफी, अमन कुमार, प्रकाश कुमार, आनंद कुमार, दमपा तोपनों, आनंद भल्ला, मुकेश सिंह, कल्पना कुमारी, अमित वत्स, प्रीति चौधरी, प्रियंका कच्छप, मुकेश कुमार, नरेंद्र नाथ, रवि कुमार, अमरेश कुमार, पीयूस कुमार, सुमन कुमार, रवि रौशन, बब्लू कुमार, आर्यन कुमार, प्रियंका कुमारी, क्षेत्र के सभी शाखा प्रबंधक एवं क्षेत्रीय कार्यालय के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।


जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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