सहारा दे दो...... गर्दिश के दिन


सहारा दे दो 

गर्दिश के दिन 
                        Advocate "Vats"

  प्रवीण प्रसाद सिंह "वत्स"
   अधिवक्ता, समस्तीपुर(बिहार)

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय ०६ मई, २० )।

सहारा दे दो 

गर्दिश के दिन 

गर्दिश के दिन भी कट जायेंगे,
खुद्दारी करते हम तो  जायेंगे,
सूखे दरख्तों पे फल नहीं लगते,
चाँद-तारों से धूप नहीं खिलते,
खिलते सूरज को अपना पता दे दो,
काली घटाओं को अपनी आशियाँ दे दो।
मौत को गले जो भी लगाते हैं😢,
"वत्स "उनके बच्चों को सहारा दे दो😢
शिक्षा और शिझकों से कोई मत खेलो,
"वत्स "खुलेआम  यह सबक दे दो।।🎂
सहारा दे दो...सहारा दे दो.....।😍🤔

 समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रवीण प्रसाद सिंह "वत्स" की मूल हस्तलिखित रचना प्रकाशित । 
Published by Rajesh kumar verma

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