सब्जी के आसमान छूते दाम ने बिगाड़ा रसोई का बजट

  सब्जी के आसमान छूते दाम ने बिगाड़ा रसोई का बजट

जनक्रान्ति कार्यालय से मदन मोहन प्रसाद की रिपोर्ट

                                                        सब्जी बाजार

नई दिल्ली, भारत ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 07 सितंबर, 2020 ) । सब्जी के आसमान छूते दाम ने बिगाड़ा रसोई का बजट ।आप को बताते चले कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सब्जियों के दामो में लगातार इजाफा हो रहा है जिस से रसोईघर का बजट बिगड़ता जा रहा है।

जहाँ कोरोना काल में आमलोगों के लिए सब्जी खाना मुहाल हो गया है। बरसात के मौसम में हरी सब्जियों की महंगाई तो हर साल रहती है, लेकिन इस साल आलू का दाम भी लगातार आसमान छू रहा है। आलू का दर 50 रुपये प्रति किलो हो गया है। प्याज टमाटर के दाम में भी लगातार इजाफा हो रहा है। एशिया में फलों सब्जियों की सबसे बड़ी मंडी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में शनिवार को आलू का थोक दर 13 रुपये से 52 रुपये प्रति किलो था। बीते दो महीने में आलू के थोक दाम में 50 से 150 फीसदी तक की वृद्धि हुई है।

प्याज का थोक भाव आजादपुर मंडी में 10 रुपये से 20 रुपये प्रति किलो टमाटर का 13 रुपये से 52 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया। थोक कारोबारियों कि माने तो सब्जियों का उत्पादन कम होने की वजह से आलू, प्याज, टमाटर व अन्य सब्जियों के दाम में इजाफा हुआ है। बिगत तीन महीने में तमाम हरी सब्जियों की कीमतें दिन प्रतिदिन बढ रहा है जिससे आम लोगों के लिए सब्जी खाना मुश्किल हो गया है। ग्रेटर नोएडा के एक उपभोक्ता ने बताया कि पहले जितनी सब्जियां 100 से 200 रुपये में आती थीं, उतनी के लिए अब 300 से 400 रुपये खर्च करना पड़ता है। सब्जी विक्रेता की माने तो दाम बढ़ने से लोगों ने सब्जी खरीदना कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो उपभोक्ता पहले दो किलो सब्जी खरीदते थे, वे अब सिर्फ एक किलो ही खरीद रहे हैं।

उपभोक्ता की माने तो हरी सब्जियां महंगी होने पर गरीब-अमीर सबके लिए आलू एक बड़ा सहारा होता था। लेकिन अब तो आलू का भाव भी आसमान छू रहा है  जिस कारण आमजनों के लिए सब्जी खाना मुश्किल हो गया है। आलू के दाम में हो रही बढ़ोतरी से सरकार भी चिंतित है।

सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बीते सप्ताह मंत्रिसमूह की बैठक में भी आलू की महंगाई को लेकर चर्चा हुई। बता दें कि कोरोना काल में मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर किसानों के हित में तीन महत्वपूर्ण कानूनी सुधारों को लाया जिनमें आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन भी शामिल है। इस संशोधन के जरिए आलू, प्याज, दलहन, तिलहन व खाद्य तेल को आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे से हटा गया।

आजादपुर मंडी कृषि उपज विपणन समिति के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र शर्मा ने बताया कि बरसात के कारण आलू की फसल लगने तैयार होने में विलंब होने के अंदेशे से कीमतों में इजाफा हो रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में आलू के स्टॉक में कमी नहीं है, लेकिन बरसात के कारण अगली फसल में विलंब होने के अंदेशे से कीमतों में तेजी आई है।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा प्रकाशक/सम्पादक द्वारा नई दिल्ली से प्रकाशित। Published by Jankranti.....

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