उत्तर प्रदेश के हाथरस घटना प्रकरण को लेकर देश की बेटी मनीषा बाल्मीकि को न्याय के लिए निकाला कैंडल मार्च

 उत्तर प्रदेश के हाथरस घटना प्रकरण को लेकर देश की बेटी मनीषा बाल्मीकि को न्याय के लिए निकाला कैंडल मार्च

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट 

            कैण्डल मार्च निकाल कर दिये गए श्रद्धांजलि

कल दिनांक 2 अक्टूबर 2020 दिन शुक्रवार की देर संध्या भारत का छात्र फेडरेशन एसएफआई के द्वारा उत्तर प्रदेश के हाथरस घटना प्रकरण को लेकर देश की बेटी मनीषा बाल्मीकि को न्याय के लिए कैंडल मार्च भुसवर में निकाला गया।नेतृत्व एसएफआई स्थानीय शाखा सदस्य मनीषा कुमारी ने की।


इस मौके पर एक श्रद्धांजलि सभा हुई।सभा को संबोधित करते हुए एसएफआई जिला अध्यक्ष अवनीश कुमार ने कहा कि आज हमारे देश में बेटियों पर अत्याचार चरम सीमा पर है।उत्तर प्रदेश की हाथरस घटना के ढोंगी योगी सरकार के संघी राम राज्य एवं भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा पर्दाफाश कर दिया।

योगी सरकार ने पीड़िता के परिजनों के धार्मिक व सांस्कृतिक अधिकारों पर हमला कर अपने तानाशाही का परिचय दिया है।जब कुछ मीडिया कर्मियों ने बहन मनीषा को न्याय के लिए आवाज उठाने का काम किया।तब योगी सरकार ने मीडिया कर्मियों पर भी तानाशाही रवैया अपनाया और मामले को दबाने की कोशिश की। यह लोकतंत्र पर हमला करने का ताजा उदाहरण है।

इसलिए इस सभा के माध्यम से हम मांग करते हैं कि बहन मनीषा के हत्यारों को फांसी व परिजनों को 50 लाख मुआवजा राशि दो।इतना ही नहीं इस मामले को रफा-दफा करने में लगे तमाम अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए।साथ ही इस मामले में संलिप्त योगी सरकार से इस्तीफा लिया जाए।
मौके पर काजल कुमारी,प्रीति कुमारी,रूपम कुमारी, मनीषा कुमारी, हिरा कुमारी, प्रियंका कुमारी, श्वेता कुमारी, सोनम कुमारी, मनीषा कुमारी,राधे कुमार, किशो कुमार, रवि शंकर कुमार, पिंटू कुमार, गुलशन कुमार सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी अवनीश कुमार
 जिलाध्यक्ष एसएफआई, समस्तीपुर द्वारा प्रेस को दिया गया।

समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा प्रकाशक द्वारा प्रकाशित । Published by Jankranti....

Comments

Popular posts from this blog

महज सोलह दिनों में छह रेल सिग्नल-कर्मचारी कार्य करते हुए हो गए रन-ओवर

पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को ब्लड फ़ोर्स टीम के सदस्यों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन विद्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग द्वारा किया गया आयोजित