नरक बना नगर परिषद परिक्षेत्र के काशीपुर मुहल्ला का वार्ड सं० 07/11 का सड़क मार्ग ....... समस्तीपुर शहर को जल जमाव से मुक्ति को लेकर नहीं टुट रहा जिला प्रशासन की कुम्भकर्ण वाली नींद कहीं महामारी फैलने के इंतजार में तो नहीं हैं..??? समस्तीपुर जिला प्रशासन

 नरक बना नगर परिषद परिक्षेत्र के काशीपुर मुहल्ला का वार्ड सं० 07/11 का सड़क मार्ग .......


समस्तीपुर शहर को जल जमाव से मुक्ति को लेकर नहीं टुट रहा जिला प्रशासन की कुम्भकर्ण वाली नींद कहीं महामारी फैलने के इंतजार में तो नहीं हैं..??? समस्तीपुर जिला प्रशासन


जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट

स्वच्छता के नाम पर अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों की कार्यशैली पर उठ रहा सवाल

जल -जमाव की समस्याओं से ग्रसित निवासियों ने लगाई प्रेस से गुहार

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रान्ति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय  03 मार्च, 2021 ) । समस्तीपुर जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों की आबादी ज्यों- ज्यों बढ़ी बसने वाले लोगों ने अपने आय के मुताबिक भूमि का चयन कर निवास के लिए आवास बनाया। जिसके कारण शहर के साथ साथ निकटवर्ती ग्रामीण इलाकों में रिहायशी मकानों की तायदाद बढ़ती गई । जल निकासी के लिए किसी प्रकार का साधन या नाले के उपयोगिता को जरूरी नहीं समझा जिसके कारण बरसात की पानी या घरों से निकलने वाली गंदा पानी का जमाव अत्यधिक सड़क मार्ग में होने लगा है।

बताते हैं कि शहर के अतिव्यस्तम मार्ग वार्ड नं० - 07 एंव 11 से गुजरने वाली सड़क मार्ग जिसमें बसे घर ,दुकानदारों द्वारा नियमानुसार नगर परिषद होल्डिंग टैक्स भी अदा करते आ रहे है। वर्तमान में जब मूलभूत सुविधाओं की कमी जनमानस द्वारा महसूस की गयी तो लोगों ने नगर परिषद प्रशासन सहित जिला प्रशासन के साथ ही राज्य सरकार से प्रेस के माध्यम से गुहार लगाते हुऐ पक्की सड़क व जल निकासी के लिए नाला निमार्ण कराने की बात कहीं। लोगों की उम्मीद थी कि नप प्रशासन या जिलाप्रशासन या सरकार उनकी सुध लेगा। लेकिन नप प्रशासन के साथ ही कोई भी पदाधिकारी इस नारकीय स्थिति को देखते हुऐ भी सभी के सभी कुम्भकर्णी नींद में सोये हुऐ है। नगर परिषद के साथ साथ जिला प्रशासन के निजाम बदलते रहे, नए हुक्मरान आते रहे ।

लेकिन शहर को पानी- पानी होने से कोई भी प्रशासन शहरवासियों को नारकीय जिन्दगी से छुटकारा को रोक नहीं पा रहे है, वरीय अधिकारियों के बार- बार निर्देश आदेश के बाद भी उसपर अम्ल करने की बात अबतक बेमानी साबित हो रहा है। जल जमाव से शहरवासियों के साथ ही ग्रामवासियों को निजात दिलाने के नाम पर किया जा रहा कार्य केवल संचिकाओं तक सीमित रखा गया है, इसपर करोड़ों रुपये खर्च भी हो रहें हैं, लेकिन उसकी उपयोगिता कब सिद्ध होगी, यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है..???
शहरवासी कभी उन अधिकारियों को कोसते है जिनके हाथ में नगर परिषद  की कमान है, वही कभी कभी अपने जन प्रतिनिधियों पर भी सवाल खड़ा करते है । कहते है वे न तो जनता की परेशानियों के लिए सड़क पर उतरे न ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे है।  शहर की नाले की स्थिति और उससे निकलने वाले गंदे पानी के बीच सड़क मार्ग में जल जमाव हो जाने के कारण बनी नारकीय स्थिति ने काशीपुर नगर परिषद के वार्ड संख्या 07 एंव 11 को पानी- पानी कर रखा है । जिसने अधिकारियों व प्रतिनिधियों के कारनामें का पोल खोल कर रख दिया है । सड़क मार्ग की जल जमाव होने और इसकी निकासी नहीं होने से बीमारी फैलने की आशंका प्रबल हो गई है । जिससे वहां पर के स्थानीय निवासियों में आक्रोश उत्पन्न होने लगा है । इस नारकीय स्थिति से निजात दिलाने की मांग छात्र नेत्री द्रखशां जवीं आइशा जिला सदस्य ने जिला प्रशासन से प्रेस माध्यम से की है ।


समस्तीपुर कार्यालय रिपोर्ट राजेश कुमार वर्मा प्रकाशक द्वारा संवाद सूत्र की रिपोर्ट प्रकाशित। Published by Jankranti...

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