जनक्रांति अध्यात्म विचार चैत्र नवरात्रि पर्व

 जनक्रांति अध्यात्म विचार

                           चैत्र नवरात्रि पर्व


जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट


                                                   जय माता दी

अध्यात्म डेस्क ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 19 अप्रैल, 2021 ) । अभी नवरात्रि चल रही हैं । इसमें देवी मां को प्रसन्न करने के लिए लोग अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। श्रीमद्देवीभागवत महापुराण में कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताया है, जिसे नवरात्रि में नवमी या अष्टमी को अपनाकर आप भी सुख, समृद्धि और शांति पा सकते हैं। साथ ही बुरी नजर से लेकर कलह जैसी बाकी समस्याओं को भी दूर कर सकते हैं।
👉 सुख-समृद्धि के लिए
माता के मंदिर में जाकर मूर्ति के सामने एक पान के पत्ते पर केसर में इत्र व घी मिलाकर स्वस्तिक बनाएं ।अब उस पर कलावा लपेटकर एक सुपारी रखें।
👉पैसों की तंगी के लिए
नवमी तिथि या अष्टमी तिथि को माता का ध्यान कर घर के मंदिर में गाय के गोबर के उपले पर पान, लौंग, कर्पूर, व इलायची गूगल के साथ ही कुछ मीठा डालकर माता को धुनी (हवन) दें ।
🚶🏻रुकावटें दूर करने के लिए
माता के मंदिर में पान बीड़ा चढ़ाएं, इस पान में कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बूरा और सुमन कतरी के साथ ही लौंग का जोड़ा रखें । सुपारी व चूना न डालें।
👩‍💻बुरी नजर के लिए
माता के मंदिर में पान रखकर नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की 7 पंखुड़ियां रखकर खिलाएं । नजर दोष दूर होगा ।
👉आकर्षण शक्ति बढ़ाने के लिए
पान के पत्ते की जड़ को माता भुनेश्वरी का ध्यान करते हुए घिसकर तिलक लगाएं ऐसा करने से आपकी आकर्षण शक्ति बढ़ने लगेगी ।*
🤵🏻👰🏻 पति पत्नी में अनबन हो तो
नवमी की रात चंदन और केसर पाउडर मिलाकर पान के पत्ते पर रखें । फिर दुर्गा माताजी की फोटो के सामने बैठ कर चंडी स्तोत्र का पाठ करें ।रोजाना इस पाउडर का तिलक लगाएं ।
👉नवरात्रियों की सप्तमी तिथि
➡ 19 अप्रैल 2021 सोमवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी है ।
काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए
अगर काम धंधा करते हैं और  सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल  पक्ष की अष्टमी को.. बेल के कोमल -कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से .... मंत्र बोले " ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । " और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है
चैत्र नवरात्रि विशेष
नवरात्रि  की सप्तमी तिथि यानी सातवें दिन माता दुर्गा को गुड़ का भोग लगाएं ।इससे हर मनोकामना पूरी हो जाती है
चैत्र नवरात्रि विचार


शत्रुओं का नाश करती हैं मां कालरात्रि ।
महाशक्ति मां दुर्गा का सातवां स्वरूप हैं कालरात्रि। मां कालरात्रि काल का नाश करने वाली हैं, इसी वजह से इन्हें कालरात्रि कहा जाता है।


जनक्रान्ति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक  राजेश कुमार वर्मा द्वारा नागेंद्र कुमार सिन्हा की आध्यात्मिक विचार प्रकाशित व प्रसारित ।

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