जनक्रांति अध्यात्म विचार चैत्र रामनवमी व्रत विशेष
जनक्रांति अध्यात्म विचार
चैत्र रामनवमी व्रत विशेष
जनक्रांति कार्यालय रिपोर्ट
जनक्रांति अध्यात्म डेस्क ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 21 अप्रैल, 2021 ) ।
व्रत पर्व विवरण - श्रीराम नवमी, चैत्र नवरात्र समाप्त, हरिद्वार कुंभ स्नानज्योतिष शास्त्र विचार .....
21 अप्रैल, बुधवार । श्रीराम नवमी का पर्व है। त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्री रामजी का जन्म हुआ था। इसलिए भारत सहित अन्य देशों में भी हिंदू धर्म को मानने वाले इस पर्व को बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं।
श्रीराम नवमी की सुबह किसी राम मंदिर में जाकर राम रक्षा स्त्रोत का 11 बार पाठ करें ।हर समस्याओं का समाधान हो जाएगा ।
श्रीराम नवमी की शाम को तुलसी के सामने गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं । इससे घर में सुख-शांति रहेगी ।
इस दिन भगवान श्रीरामजी के साथ माता सीता की भी पूजा करें ।इससे दांपत्य जीवन सुखी रहता है ।
किसी भगवात श्रीरामजी के मंदिर के शिखर पर ध्वजा यानी झंडा लगवाएं ।इससे आपको मान-सम्मान व प्रसिद्धि मिलेगी ।
22 अप्रैल 2021 गुरुवार को भगवान धर्मराज यमराज का मानसिक पूजन कर और हो सके तो घी की आहुति दे ।
एक दिन पहले से हवन की छोटी सी व्यवस्था कर लेना घी से आहुति डाले इससे दीर्घायु, आरोग्य और ऐश्वर्य तीनों की वृद्धि होती है विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है | आहुति डालते समय ये मंत्र बोले =
ध्यान रखे जिसके घर में तकलीफे है वो जरुर आहुति डाले और डालते समय स्वाहा बोले और जो आहुति न डाले तो वो नम: बोले ।
ॐ यमाय नम:
ॐ धर्मराजाय नम:
ॐ मृत्यवे नम:
ॐ अन्तकाय नम:
ॐ कालाय नम:*
ये पाँच मंत्र बोले ज्यादा देर तक आहुति डाले तो भी अच्छा है ।
🙏🏿🙏🏿🌹जय श्री राम...🌹🌹🙏🏿🙏🏿
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा नागेंद्र कुमार सिन्हा की अध्यात्म विचार प्रकाशित व प्रसारित ।
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