पालक बना दलाल,बाल-मित्र पुलिस बना ग्राहक शौचालय और सुरक्षा बढ़ाओ - बेटी बचाओ - बेटी बचाओ : डॉ० मिथिलेश कुमार

 पालक बना दलाल,बाल-मित्र पुलिस बना ग्राहक

शौचालय और सुरक्षा बढ़ाओ - बेटी बचाओ - बेटी बचाओ : डॉ० मिथिलेश कुमार

जनक्रान्ति कार्यालय रिपोर्ट


बचपन बचाओ अभियान के मार्गदर्शन में गठित बाल संरक्षण समिति के एक जांच दल समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड के दोनों नाबालिग पर घटित घटना का करने पहुंचे अध्ययन

समस्तीपुर, बिहार ( जनक्रांति हिन्दी न्यूज बुलेटिन कार्यालय 05 जुलाई,2022)। चार भाई बहनों में सबसे बड़ी लड़की सविता (काल्पनिक नाम) है जो इस वर्ष 10 वीं पास कर अपने सुनहरे भविष्य की सपना साकार करने हेतु पढ़ना और आगे बढ़ना चाहती थी।
उसके पिता अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा एवं भविष्य बनाने एवं कोरोना काल से बढ़ी आर्थिक विसंगतियों के फलस्वरूप प्रवासी मजदूर के रूप में मद्रास एवं गुजरात में कार्य कर रहे थे।


उन्हें क्या मालूम था कि सहजीवन - सह - अस्तित्व के साथ वर्षों से साथ रहने वाले ही भूखे भेड़िए की भांति घात लगाकर रात्रि लगभग 10 बजे घर से बाहर शौच जाने के क्रम में अकेली नाबालिग छात्रा के साथ बालात्कार  करेंगे.? यह घटना समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड के जहांगीरपुर पंचायत के बेहट गांव की है। जहां 6 जून 2022 को रात्रि लगभग 10 बजे घर से बाहर शौच जाने के क्रम में अकेली नाबालिग छात्रा के साथ स्थानीय युवक विजय मुखिया के पुत्र नागमणि मुखिया एवं रामलाल पासवान के पुत्र रीतेश पासवान के द्वारा बालात्कार (रेप) किया गया।पुलिस की तात्कालिक कारवाई के फलस्वरूप नागमणि मुखिया पुलिस हिरासत में है, जबकि रीतेश पासवान फरार चल रहा है।


वहीं दुसरी घटना समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड के सिंघिया पंचायत के बथान / बापू चौक की है जहां एक बेटी अपने माता, पिता एवं चाचा पर दैहिक शोषण करने एवं जबरन वेश्यावृत्ति कराने का आरोप लगाति है।उसके द्वारा इस अमानुषिक कृत्य की जानकारी जब संबंधित थाना को दी जाती है तो उस थाना का एक दारोगा जी भी दैहिक शोषण करने लगते हैं। पीड़िता को कुछ दिनों के लिए उसके नानी घर भेज दिया जाता है। पैसे की लोभ-लालच और दरोगा जी एवं उस पंचायत के भूतपूर्व मुखिया के दबाब तथा ग्राहको के मांग पर पीड़िता को पुनः उसके घर धंधे के लिए बुला लिया जाता है और प्रत्येक दिन 20 से 25 ग्राहकों के शारीरिक संतुष्टि के लिए जबरन बाध्य किया जाता है।


न्याय न मिलता देख,पीड़िता इस वेश्यावृत्ति के दलदल से निकलने हेतु अपना दैहिक शोषण के घटनाक्रम का विडियो मोबाइल से रिकार्ड कर लेती है और सोशल मीडिया में भेजती है एवं एक स्थानीय युवक के सहयोग से स्थानीय मीडिया एवं रोसड़ा के अनुमण्डल पृलिस पदाधिकारी के पास पहुंच कर अपनी व्यथा सुनाती है।अनुमण्डल पृलिस पदाधिकारी, रोसड़ा के पहल पर मामला दर्ज किया जाता है।

पीड़िता के बयान पर उसके माता,पिता, चाचा, सिंघिया पंचायत के भूतपूर्व मुखिया,सिंघिया थाना के दरोगा जी एवं 20-25 अन्य पर वाद दर्ज किया गया था।तदुपरान्त पीड़िता के माता-पिता एवं चाचा को पुलिस हिरासत में लेकर जेल भेजती है जबकि उक्त पंचायत के भूतपूर्व मुखिया एवं सिंघिया थाना के दरोगा जी अभी तक फरार है।


बचपन बचाओ अभियान के मार्गदर्शन में गठित बाल संरक्षण समिति के जिला संयोजक सह चेतना सामाजिक संस्था के अध्यक्ष डॉ मिथिलेश कुमार एवं हंस ज्योति सेवा संस्थान के सचिव राकेश कुमार के नेतृत्व में एक जांच दल समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड के उक्त दोनों नाबालिग पर घटित घटना का अध्ययन करने एवं दोनों नाबालिग पीड़िता को न्याय दिलाने,कानूनी सहायता एवं सरकार प्रदत्त पुनर्वास की राशि पीड़िता को प्रदान करवाने हेतु समुचित कार्यवाही करने तथा फरार अपराधियों के अविलम्ब गिरफ्तारी के लिए जन वकालत और जनदबाव बनायेगी।


उपरोक्त जानकारी डॉ० मिथिलेश कुमार, अध्यक्ष चेतना सामाजिक संस्था, समस्तीपुर द्वारा प्रेस कार्यालय को दिया गया।
जनक्रांति प्रधान कार्यालय से प्रकाशक/सम्पादक राजेश कुमार वर्मा द्वारा कार्यालय रिपोर्ट प्रकाशित व प्रसारित।

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